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AC बम की तरह फटा, 4 भारतीय जिंदा जले; कुवैत में फ्लैट में भीषण अग्निकांड, कल शाम ही लौटा था भारत से

Indian Family Killed in Kuwait: कुवैत में 4 भारतीयों की मौत हो गई है। हादसा घर में आग लगने से हुआ। भारतीय दूतावास चारों के पार्थिव शरीर भारत पहुंचाने की तैयारी कर रहा है। चारों मृतक एक ही परिवार के सदस्य थे।

चारों भारतीयों के अवशेष वतन भिजवाने की तैयारी है।
Indian Family Burnt Alive in Kuwait Fire Tragedy: कुवैत में एक बार फिर भीषण अग्निकांड हुआ है। एक भारतीय परिवार जिंदा जलकर खत्म हो गया। एक फ्लैट में भीषण आग लगने से परिवार के 4 सदस्य जिंदा जल गए। मृतकों में पति-पत्नी और उनके दोनों बच्चे शामिल हैं। परिवार भारत के केरल राज्य का रहने वाला है और बीती शाम ही छुट्टियां मनाकर लौटा था कि हादसे का शिकार हो गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। अग्निकांड में जलकर पूरा फ्लैट और सामान जलकर राख हो गया है। भारतीय दूतावास ने हादसे पर शोक जताते हुए चारों के पार्थिव शरीर वतन वापस भिजवाने का ऐलान किया है। विदेश मंत्री जयशंकर ने भी अग्निकांड पर शोक जताया है।  

AC की शॉर्ट सर्किट से लगी थी फ्लैट में आग

विदेश मंत्री ने ट्वीट लिखा कि बीती रात कुवैत के अबासिया में भारतीय परिवार के फ्लैट में आग लगने के कारण लोगों की मौत हो गई। परिवार केरल के अलप्पुझा जिले के गांव नीरत्तुपुरम निवासी मैथ्यूज मुलक्कल का था, जिनकी पत्नी लिनी अब्राहम और 2 बच्चों की भी मौत हुई है। 4 भारतीयों की दर्दनाक मौत गहरा शोक व्यक्त करता है। दूतावास उनके परिवार के संपर्क में है और मृतकों के अवशेषों की शीघ्र स्वदेश वापसी सुनिश्चित करेंगे। पुलिस जांच के अनुसार, आग एयर कंडीशनर में शॉर्ट सर्किट से लगी। परिवार फ्लैट की दूसरी मंजिल पर रहता था, लेकिन आग में फंसने के कारण बाहर नहीं निकल पाया। मैथ्यूज मुलक्कल न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स में काम करते थे, जबकि उनकी पत्नी लिनी अल अहमदी गवर्नरेट के अदन अस्पताल में स्टाफ नर्स थीं। दोनों बच्चे कुवैत के भवन्स स्कूल में पढ़ते थे। यह भी पढ़ें:आईफोन के लिए कातिल बनी 12 साल की बच्ची, 8 साल की बहन का घोंटा गला

जून में हुए अग्निकांड में मारे गए थे 42 भारतीय

बता दें कि कुवैत में जून 2024 में भी एक बिल्डिंग में भीषण अग्निकांड हुआ हुआ था, जिसमें जिंदा जलकर करीब 45 भारतीय मारे गए थे। इन 45 भारतीयों में से 23 केरल के रहने वाले थे। 7 तमिलनाडु से, 2-2 आंध्र प्रदेश और ओडिशा से, एक-एक बिहार, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से थे। कुवैत पुलिस की स्पेशल टीम ने हादसे की जांच की थी, जिसकी रिपोर्ट के अनुसार, अग्निकांड में मारे गए ज्यादातर लोगों की मौत का कारण धुंआ था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अग्निकांड में दुख जताते हुए मृतकों के लिए मुआवजे का ऐलान किया था। यह भी पढ़ें:हनीमून पर गई नवविवाहिता लापता; पति बोला- मेरी बीवी ढूंढ कर ला दो, इनाम दूंगा


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