Why CBI Arrested Dr Sandeep Ghosh: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को पर सीबीआई शिकंजा कसती जा रही है। घोष को शनिवार को ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया। उसके साथ कोलकाता पुलिस के एसएचओ अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया गया। मंडल पर एफआईआर में देरी और सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप है। आइए जानते हैं कि संदीप घोष पर सीबीआई का शिकंजा किस तरह कसता जा रहा है और उसे एक के बाद एक मामले में गिरफ्तार क्यों किया जा रहा है।
लगातार झूठ बोल रहा संदीप घोष
संदीप घोष को इससे पहले आरजी कर अस्पताल में हुए भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता के मामले में 2 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। संदीप घोष लगातार झूठ बोल रहा था। जांच एजेंसी का कहना है कि वह घटनाक्रम के बारे में झूठ कह रहा था। उसने नार्को टेस्ट के लिए भी मंजूरी नहीं दी। इससे शक और गहरा गया। घोष प्रेसिडेंसी जेल की कोठरी में बंद है।
Nexus of Sandeep ghosh in RG kar
Clean the RG kar #JusticeForRGKar #justiceforAbhaya#KolkataHorror pic.twitter.com/Hkruw6iP84— Dr levocetrizine (@ManiBhu12096219) September 6, 2024
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सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप
सीबीआई को अपनी जांच में ये भी पता चला है कि संदीप घोष ने ट्रेनी डॉक्टर की हत्या के अगले ही दिन सेमिनार हॉल के पास बने कमरों में रिनोवेशन का ऑर्डर दिया था। सेमिनार हॉल में ही डॉक्टर की हत्या हुई थी। इसे सबूतों से छेड़छाड़ के तौर पर देखा जा रहा है। जांच एजेंसी का मानना है कि इतनी बड़ी घटना के तुरंत बाद तुरंत रिनोवेशन का ऑर्डर देना सबूतों से छेड़छाड़ का प्रयास है।
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एक कड़ी से दूसरी कड़ी जोड़ने की कोशिश
खास बात यह है कि संदीप घोष के आदेश के बाद PWD ने तुरंत रिनोवेशन शुरू कर दिया था। हालांकि छात्रों के विरोध को देखते हुए काम को रोकना पड़ा। सीबीआई का मानना है कि वित्तीय मामला, वर्क ऑर्डर जल्दबाजी में पास करना और डॉक्टर का रेप-मर्डर मामले की कड़ी जोड़ रहे हैं। इस मामले में सीबीआई संदीप घोष को गिरफ्तार कर रविवार को सियालदह कोर्ट में पेश करेगी। जहां सीबीआई को उसकी हिरासत मिलने की उम्मीद है। इसके बाद सीबीआई उससे इस केस के राज उगलवा सकेगी।
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