Himachal Uttarakhand Kerala Disaster Updates: दिल्ली-NCR में आज मौसम सुहाना बना हुआ है। सुबह आसमान में घने काले बादल थे और दोपहर को ठंडी हवाओं के साथ बारिश हुई। इस तरह मानसून के बादल जहां कुछ राज्यों में बरसकर चिपचिपी उमस भरी गर्मी से राहत दिला रहे हैं। वहीं पहाड़ी राज्यों में मौत बनकर बरस रहे हैं।
जी हां, पिछले 10 दिन में मानसून की बारिश ने 3 राज्यों केरल, हिमाचल और उत्तराखंड में खूब तबाही मचाई। पहले केरल के वायनाड में भीषण लैंडस्लाइड हुआ। फिर उत्तराखंड में हाईवे पर लैंडस्लाइड हुए। इसके बाद हिमाचल में बादल फटने की घटनाएं हुई। तीनों राज्यों में कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया कि लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। हजारों लोग बेघर हो गए। रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहे हैं। आइए जानते हैं कि आज तीनों राज्यों में ताजा हालात कैसे हैं?
केदारनाथ में बादल फटने से आई आफत, 5000 के करीब श्रधालु फंसे #Kedarnath #CloudBurst #viral #Landslide pic.twitter.com/umaw1H5bUH
---विज्ञापन---— Sanjeev Bhandari (@bawasanjeev84) August 2, 2024
उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा रोकी गई
बता दें कि उत्तराखंड में 1 अगस्त की रात को भारी बारिश हुई। इसके चलते लैंडस्लाइड हुए और बादल फटने की घटनाए हुईं। केदारनाथ एरिया में लिनचोली, भीमबली में लैंडस्लाइड होने से फ्लैश फ्लड आई और रास्ते ब्लॉक हुए। करीब 5000 लोग रेस्क्यू किए गए हैं।
रेस्क्यू करने के लिए इंडियन एयरफोर्स आगे आई है। चिनूक, MI-17 को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। आर्मी के 3 टैंकर बचाव अभियान में जुटे हैं। NDRF की टीमें पूरे प्रदेश में तैनात हैं। समेत 7 हेलिकॉप्टर की भी मदद ली गई। उत्तराखंड में आपदाओं के चलते हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल में कुल 16 लोग जान गंवा चुके हैं।
#WATCH Scary visuals from Himanchal’s #Manali. Cloudbursts triggered flash floods in #Shimla, Mandi, Kullu and Chamba districts early on Thursday. IMD issues red alert for #Uttarakhand and Himachal Pradesh. #HimachalPradesh #CloudBurst #UttarakhandRains #HimachalRains pic.twitter.com/BWu95zJCMJ
— E Global news (@eglobalnews23) August 2, 2024
हिमाचल प्रदेश में 45 से ज्यादा लोग लापता
हिमाचल प्रदेश में भी एक अगस्त को भारी बारिश के कारण 5 जगहों पर बादल फटे। शिमला के समेज, मंडी में चौहारघाटी के राजबन गांव और कुल्लू के बागीपुल में कुदरत ने कहर बरपाया। बादल फटने से पानी के भारी मिट्टी और पत्थर आए। करीब 55 लोग लापता हुए, जिनमें से 7 लोगों के शव मिल चुके हैं। 45 से ज्यादा अभी भी लापता हैं। NDRF, SDRF, पुलिस, होमगार्ड के जवान सर्च ऑपरेशन चलाए हुए हैं।
शिमला के समेज में गांव में 8 स्कूली बच्चे लापता हैं। राजबन गांव में 3 मकान ढह गए थे। इनक मकानों में रहने वाले 3 परिवारों के 5 लोगों के शव मिल चुके हैं और 5 लोग अभी भी लापता हैं। बागीपुल में भी एक परिवार के 5 सदस्य मलबे में बहे। 2 अन्य लोग भी बह गए थे। सभी 7 लापता लोगों में से 2 के शव मिल चुके हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि वे घरों में ही रहें।
@indiannavy continues its rescue & relief operations in Wayanad. An ALH from INS Garuda conducted aerial reconnaissance & airlifted 12 state police personnel with essential rescue equipment to the disaster site, which remains inaccessible by road. #WayanadLandslide #RescueOps pic.twitter.com/RV8bkyI7JI
— IORMonitor (@IORMonitor) August 2, 2024
केरल के वायनाड में हालात काफी खराब
हिमाचल और उत्तराखंड से ज्यादा तबाही केरल के वायनाड में मची। वायनाड में 29-30 जुलाई की रात को भीषण लैंडस्लाइड हुआ। 4 गांव मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला, नूलपुझा पानी और मिट्टी से भरे मलबे में दबकर जमींदोज हो गए। NDRF, SDRF, NGO, पुलिस, होमगार्ड, इंडियन आर्मी, इंडियन नेवी, इंडियन एयरफोर्स रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। अब तक 300 से ज्यादा लोगों की लाशें मिल चुकी हैं। 100 से ज्यादा लोग अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
200 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। इंडियन आर्मी के जनरल ऑफिसर कमांडिग मेजर जनरल वीटी मैथ्यू रेस्क्यू ऑपरेशन को लीड कर रहे हैं। 6 जोन में एरिया को बांटकर डॉग स्कवाड के साथ शवों को तलाशा जा रहा है, क्योंकि 4 दिन बाद किसी के बचने की उम्मीद नजर नहीं आ रही हैं। केरल के रेवेन्यू मंत्री के राजन के अनुसार, 4 दिन में 9 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा चुका है।