Congress MLA Ranganath: कर्नाटक चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस विधायक एक बार फिर अपने पेश को लेकर चर्चा में हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस विधायक डॉक्टर एचडी रंगनाथ ने फ्री में दो मरीजों की आर्थोपेडिक सर्जरी की है। दोनों मरीज उनके निर्वाचन क्षेत्र कुनिलग के हैं।
कुनिगल निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक डॉ. एचडी रंगनाथ ने 26 जून को आशा शंकर की रिवीजन हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की। इसके करीब एक महीने बाद उन्होंने 26 जुलाई को वाई शिवनंजैया की बाएं घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी बेंगलुरु के बॉरिंग और लेडी कर्जन अस्पताल में की।
20 साल से घुटने के दर्द से पीड़ित थे शिवनंजैया
तुमकुरु के कुनिगल में यादवनी के किसान शिवनंजैया 20 साल से घुटने के गंभीर दर्द से पीड़ित थे। वे चलने में भी असमर्थ थे। दर्द से परेशान होकर डॉक्टर के पास गए। डॉक्टर ने बताया कि वे रुमेटीइड गठिया से पीड़ित हैं। उन्होंने उनसे दोनों घुटनों की सर्जरी कराने को कहा। यह जानने पर कि अर्ध-कॉर्पोरेट अस्पताल में एक सर्जरी की लागत 2 लाख रुपये और कॉर्पोरेट अस्पताल में 5 लाख रुपये है, शिवनंजैया ने वित्तीय मदद के लिए डॉ. रंगनाथ से संपर्क किया।
डॉक्टर रंगनाथ ने पैसे देने के बजाए खुद सर्जरी की
मरीज की ओर से संपर्क किए जाने के बाद शिवनंजैया ने वित्तीय मदद के बजाए मरीज के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे को खुद हल करने का सोचा और मरीज को बॉरिंग अस्पताल जाने के लिए कहा। 26 जुलाई को डॉ. रंगनाथ और उनके दोस्त डॉ. दीपक ने शिवनंजैया के बाएं घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी मुफ्त में की। शिवनंजैया ने बताया कि मेरी सर्जरी मुफ्त में करने में मेरी मदद करने के लिए मैं उनका आभारी हूं। डॉ. रंगनाथ तीन महीने बाद दाहिने घुटने की सर्जरी करेंगे।
वोट मांगने के दौरान महिला मरीज ने किया था संपर्क
मई में डॉ. रंगनाथ कुनिगल तालुक के कुंडुरु में वोट मांग रहे थे। गांव की 42 साल की आशा शंकर अपनी मेडिकल रिपोर्ट लेकर उनके पास पहुंचीं। एक स्कूल में रसोइया के रूप में काम करने वाली आशा की 12 साल पहले टोटल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई थी, लेकिन अपने घर के पास गिरने के बाद उसे समस्या होने लगी। वह दर्द से पीड़ित थी और चल नहीं पा रही थी।
पेश से ऑटोरिक्शा चालक आशा को पति कई अस्पतालों में गए और पत्नी की बीमारी के बारे में डॉक्टरों से सलाह ली। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि उनकी सर्जरी में 5-6 लाख रुपये का खर्च आएगा। चूंकि वह इतनी रकम का इंतजाम करने की स्थिति में नहीं थी, इसलिए उसने डॉ. रंगनाथ से मिलने तक यह विचार छोड़ दिया था।
आशा ने बताया कि मैंने अपनी सर्जरी के लिए वित्तीय सहायता मांगी। उन्होंने रिपोर्ट देखी और मुझे आश्वासन दिया कि वह मेरी सर्जरी मुफ्त में कराएंगे। मतदान के बाद, उन्होंने मुझे फोन किया और बॉरिंग अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा। सर्जरी 26 जून को की गई थी।