रेलवे घर बैठे पैसा कमाने का मौका दे रहा है। यह मौका स्कूली छात्रों, कॉलेज के छात्रों और प्रोफेशनल लोगों को मिल रहा है। घर बैठे सिर्फ एक डिजाइन तैयार करनी है और उसे रेलवे के पास भेजना है। अगर आप विजेता बन जाते हैं या टॉप 5 में आ जाते हैं तो आपको इनाम मिलेगा। रेल मंत्रालय ने नई डिजिटल घड़ियां डिजाइन करने के लिए एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता शुरू करने की घोषणा की है।
रेलवे की तरफ से बताया गया है, “अपनी रचनात्मकता को सबके सामने लाएं! भारतीय रेलवे एक राष्ट्रीय डिजिटल घड़ी डिजाइन प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है। 1 मई से 31 मई के बीच एक घड़ी डिजाइन करें और उसे हमें भेजें।” इस प्रतियोगिता में प्रोफेशनल्स, कॉलेज के छात्र और स्कूली छात्रों के लिए अलग-अलग श्रेणियां रखी गई हैं।
इस प्रतियोगिता को जीतने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना एवं प्रचार) दिलीप कुमार ने बताया कि डिजाइन बिना किसी वॉटरमार्क या लोगो के एचडी (HD) क्वालिटी में भेजना होगा, साथ ही मौलिकता का प्रमाण पत्र भी अनिवार्य होगा। प्रतिभागियों को कई डिजाइन भेजने की भी अनुमति है, और हर डिजाइन के साथ एक विवरण नोट भी होना चाहिए, जिसमें डिजाइन के पीछे की थीम और विचार को समझाया गया हो।
Unleash your creativity!#IndianRailways is hosting a National Digital Watch Design Competition with a top prize of ₹5 lakh! Design a watch beyond time & send your entries between May 1st & May 31st, 2025.
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— Southern Railway (@GMSRailway) May 2, 2025
दिलीप कुमार ने कहा कि डिज़ाइन पूरी तरह मौलिक होनी चाहिए, कहीं से कॉपी की हुई नहीं होनी चाहिए। जो प्रतिभागी शर्तों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा। छात्रों को अपनी डिजाइन स्कूल या कॉलेज के आईडी कार्ड के साथ भेजनी होगी। अपनी डिजाइन को contest.pr@rb.railnet.gov.in पर भेजा जा सकता है।
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क्या रेलवे अपनी घड़ियां बदल देगा?
दिलीप कुमार ने बिजनेसलाइन को बताया कि रेलवे की पारंपरिक घड़ियों को डिजिटल घड़ियों से नहीं बदला जाएगा। भारत में 8,000 से अधिक रेलवे स्टेशन हैं, और अधिकांश स्टेशनों पर पारंपरिक घड़ियां ही लगी हुई हैं। हालांकि, कई स्टेशनों पर पहले से डिजिटल घड़ियां भी लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को ‘अमृत भारत स्टेशन’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह नई घड़ियां इन्हीं स्टेशनों पर लगाई जाएंगी।