भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही इस समय सीधा युद्ध नहीं चल रहा हो, लेकिन भारतीय सेना हर खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। सेना ने साफ कर दिया है कि “ऑपरेशन सिंदूर” अभी जारी है और जब तक आतंकियों का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता, तब तक यह अभियान चलता रहेगा। भारतीय सेना सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, चीन की चालबाजियों पर भी पूरी नजर रखे हुए है। इसी को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी स्थित तीस्ता फायरिंग रेंज में भारतीय सेना ने तीन दिन तक चलने वाला एक बड़ा युद्धाभ्यास किया, जिसका नाम रखा गया “तीस्ता प्रहार”।
जलपाईगुड़ी में हुआ ‘तीस्ता प्रहार’ युद्धाभ्यास
इस युद्धाभ्यास के दौरान भारी तोपों और LMG जैसे हथियारों की गर्जना सुनाई दी। इस अभ्यास में सेना के सभी प्रमुख विभागों ने भाग लिया, जैसे कि इन्फैंट्री (पैदल सैनिक), तोपखाना, बख्तरबंद कोर (टैंक और बख्तरबंद वाहन), आर्मी एविएशन (हेलिकॉप्टर और ड्रोन), इंजीनियर्स और सिग्नल विभाग। इस अभ्यास का उद्देश्य था यह परखना कि अगर अचानक युद्ध जैसी स्थिति आ जाए, तो हमारी सेना कितनी जल्दी और मजबूती से जवाब दे सकती है।
Exercise #TeestaPrahar at Teesta Field Firing Range showcased synergy across Infantry, Artillery, Armoured, Mechanised Infantry, Special Forces, Aviation, Engineers & Signals.
Validated: jointness, tech-enabled warfare, rapid mobility & all-terrain operations.#IndianArmy… pic.twitter.com/WaoQBstTh5
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नए हथियारों और टेक्नोलॉजी का हुआ प्रदर्शन
इस अभ्यास के दौरान सेना ने अपने नए और आधुनिक हथियारों और टेक्नोलॉजी को भी दिखाया। इसमें ऐसे रडार शामिल थे जो दुश्मन को बहुत जल्दी पकड़ सकते हैं, तेज और सटीक हमला करने वाले ड्रोन, स्मार्ट टैंक और युद्ध के समय आसानी से बात करने की नई व्यवस्था भी थी। अभ्यास में यह भी देखा गया कि हमारी सेना किसी भी मौसम में और किसी भी स्थिति में लड़ाई के लिए तैयार है। पूर्वी कमान के अनुसार यह अभ्यास चीन और बांग्लादेश की सीमाओं के पास किया गया ताकि वहां अगर कोई खतरा हो तो उससे निपटने की तैयारी पहले से की जा सके।
दुश्मनों को साफ संदेश, हम हर हाल में तैयार हैं
तीस्ता प्रहार अभ्यास अब समाप्त हो चुका है और इसके जरिए भारतीय सेना ने यह संदेश दिया है कि वह किसी भी देश की किसी भी हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। यह युद्धाभ्यास न केवल तकनीकी और रणनीतिक तैयारी का परीक्षण था, बल्कि सेना का मनोबल और एकजुटता भी दिखाता है। पाकिस्तान और चीन जैसे देशों से बढ़ते तनाव के बीच यह अभ्यास भारत की सैन्य ताकत का एक मजबूत संकेत है। सेना का कहना है कि वह देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है और दुश्मन चाहे कितना भी बड़ा हो, भारतीय सेना पीछे नहीं हटेगी।