22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। इस हमले के बाद भारतीय सेना ने 6 मई की रात पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की, जिसमें कई आतंकियों को ढेर कर दिया गया।
जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भी भारत और बॉर्डर के इलाकों में गोलाबारी की। इस हमले में पाकिस्तान ने न सिर्फ सैन्य ठिकानों को बल्कि आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया। खासतौर पर जम्मू-कश्मीर के इबकोट गांव के छोटा गांव मोहल्ले में स्थित एक मस्जिद को गंभीर नुकसान हुआ।
भारतीय सेना ने की मस्जिद की मरम्मत
पाकिस्तानी गोलाबारी में मस्जिद की छत, सीजीआई (नालीदार जस्ती लोहे) शीट, सोलर पैनल, और अंदर की प्रार्थना चटाइयाँ बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं। मगर भारतीय सेना ने न केवल मस्जिद की मरम्मत करवाई बल्कि सौर ऊर्जा प्रणाली को भी फिर से सक्रिय कर दिया।
इससे स्थानीय लोगों की आस्था को राहत मिली और वे मस्जिद में फिर से नमाज अदा करने लगे। यह कदम सेना द्वारा इंसानियत और समुदाय के साथ खड़े रहने का प्रतीक बना।
स्थानीय लोगों ने सेना को कहा धन्यवाद
इबकोट गांव के निवासियों ने भारतीय सेना के इस सहयोग की सराहना की और उनका तहे दिल से शुक्रिया अदा किया। समुदाय के सदस्यों ने कहा कि सेना ने यह दिखाया कि वह सिर्फ सुरक्षा ही नहीं देती, बल्कि समाज के साथ सहयोग और सम्मान का रिश्ता भी निभाती है।
यह भी पढ़ें : भारत के बाद अब अफगानिस्तान ने PAK को दिया बड़ा झटका, बूंद-बूंद को तरसेगा पाकिस्तान
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी। जवाब में 6 मई की रात को सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था , जिसमें कई आतंकी मारे गए थे।