India-Pakistan: भारत ने पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। इसमें कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत में कई जगहों पर हमले किए। भारत-पाकिस्तान के बीच ये टेंशन 22 अप्रैल से ही चली आ रही है, मगर अब हालात बिगड़ते जा रहे हैं। लेकिन क्या जंग के हालात ऐसे ही बन जाते हैं या कोई विशेष स्थिति होती है, जब जंग का ऐलान किया जाता है? साथ ही क्या आप जानते हैं कि देश में जंग का ऐलान कौन करता है? अगर इन सवालों के जवाब नहीं जानते हैं, तो यहां पढ़ लीजिए।
BSF की जिम्मेदारी क्या?
देश में अभी जंग के हालात हैं। इसको लेकर डिफेंस एक्सपर्ट पीके सहगल से एनडीटीवी ने बात की। जिसमें उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल बॉर्डर पर भारत की पहली सुरक्षा सुनिश्चित करने वाली BSF होती है। जैसे ही जंग छिड़ती है, वैसे ही सेना उसकी जगह ले लेती है। तब BSF होम मिनिस्ट्री के पास जाती है और युद्धकाल के दौरान BSF सीधे सेना के अधीन आ जाती है। उन्होंने बताया कि अभी देश में जंग शुरू हो गई है, तो अभी तक सेना ने मोर्चा संभाल लिया होगा।
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जंग का ऐलान कौन करता है?
अब सवाल ये उठता है कि जंग का ऐलान कौन करता है? तो आपको बता दें कि ‘यह एक राजनीतिक फैसला होता है। रिपोर्ट के मुताबिक, 1948 और 1965 में जंग का ऐलान नहीं किया गया था। वहीं पहली बार 1971 में इंदिरा ने जंग का ऐलान किया था। फिर अटल बिहारी वाजपेयी ने भी जंग का ऐलान किया था। हालांकि, वह फैसला आंशिक तौर पर लिया गया था। कहा जा सकता है कि जंग का आधिकारिक ऐलान राष्ट्राध्यक्ष द्वारा किया जाता है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने 8 मई को भारत पर ड्रोन और मिसाइल अटैक किए गए। पंजाब, राजस्थान और जम्मू कश्मीर में आर्मी और एयरफोर्स के बेस कैंप को निशाना बनाया गया। हालांकि, पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का, Swarm अटैक का भारत ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है।
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