Manipur Violence: मणिपुर में तीन मई से शुरू हुई हिंसा के 53 दिन पूरे हो चुके हैं, लेकिन हालात सामान्य नहीं हुए। इसे लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को संसद भवन में ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई है। मीटिंग शुरू हो गई है। मीटिंग के लिए भाजपा की तरफ से गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और विपक्ष की तरफ से टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा और CPI(M) सांसद जॉन ब्रिटास पहुंच गए हैं।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah chairs all-party meeting on the situation in Manipur in Delhi pic.twitter.com/NR0J79NtG6
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 24, 2023
राहुल बोले- पीएम के लिए महत्वपूर्ण नहीं मणिपुर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा और विदेश दौरे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक ऐसे समय में बुलाई जा रही है जब प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राज्य अमेरिका की राजकीय यात्रा पर हैं, जिससे पता चलता है कि यह बैठक उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि मणिपुर 50 दिनों से जल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री चुप रहे। सर्वदलीय बैठक तब बुलाई गई जब प्रधानमंत्री खुद देश में नहीं हैं। जाहिर है, यह बैठक प्रधानमंत्री के लिए महत्वपूर्ण नहीं है।
सोनिया ने की थी शांति की अपील
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 21 जून को मणिपुर के लोगों के नाम संदेश जारी कर शांति की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि 50 दिनों से मणिपुर में एक भयावह मानवीय त्रासदी ने हजारों लोगों का जीवन उजाड़ दिया और देश की अंतरात्मा पर गहरा प्रहार किया है। मणिपुर के इतिहास में विभिन्न जाति, धर्म और पृष्ठभूमि के लोगों को गले लगाने की शक्ति और क्षमता है। मैं शांति और सद्भाव की अपील करती हूं। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में हम परस्पर विश्वास का मजबूती से पुनर्निर्माण करेंगे।
#WATCH दिल्ली: मणिपुर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री व नेता पहुंच रहे हैं। pic.twitter.com/XjpuwgcyGj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 24, 2023
तीन मई को भड़की थी हिंसा
मणिपुर में 3 मई के बाद से अभी भी आगजनी जैसी घटनाएं हो रही हैं। इसलिए राज्य सरकार ने इंटरनेट पर प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से पांच दिन और 25 जून तक बढ़ा दिया है। राज्य में जारी अशांति को देखते हुए डेटा सेवाओं पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऑल ट्राइबल्स स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) ने मोइती को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल करने की मांग के विरोध में रैली की थी। रैली में झड़प के बाद हिंसा भड़क उठी थी। ताजा घटनाक्रम में शुक्रवार की रात उपद्रवियों ने एक मंत्री के गोदाम को आग के हवाले कर दिया।
मणिपुर हिंसा को लेकर फैक्ट्स
- अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
- 40 हजार से ज्यादा लोग पलायन कर गए हैं।
- 4 मई स्कूल बंद हैं। छुट्टियां एक जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
- इंटरनेट बैन को 25 जून तक बढ़ा दिया गया है।
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