Haryana Results Analysis: हरियाणा में बीजेपी की जीत का देश की राजनीति और सियासत पर क्या असर होगा। ये सवाल अब सबसे अहम हो गया है, लेकिन हरियाणा की जीत ने बीजेपी और पीएम मोदी को एक नया आत्मविश्वास दिया है। इस नतीजे के बाद पीएम मोदी नीतिगत मामलों से जुड़े फैसलों की ओर आगे बढ़ेंगे। 4 जून 2024 को लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद कई सारे मुद्दे पर यू-टर्न लेने के लिए मजबूर रही सरकार अब पूरी मजबूत से अपने एजेंडे को लागू करेगी।
विपक्षी पार्टियां या विरोधी दलों के नैरेटिव को बीजेपी ने धराशायी कर दिया है, जो लगातार ये दावे कर रहे थे कि 2024 के चुनाव के बाद मोदी मैजिक कमजोर पड़ गया है। इन अटकलों पर विराम लगेगा। पीएम मोदी ने भले ही हरियाणा में कम कैंपेन किया हो, लेकिन वह पूरे चुनाव के केंद्र में थे। कृषि कानूनों पर मोदी सत्ता को सबसे बड़ा चैलेंज पंजाब और हरियाणा से मिला था, लेकिन हरियाणा में अपनी सत्ता बचाकर बीजेपी ने अपने आलोचकों का मुंह बंद करा दिया है।
धारदार है हिंदुत्व का मुद्दा
हरियाणा हो या जम्मू-कश्मीर, बीजेपी को हिंदुओं ने बड़ी संख्या में वोट किया है। बीजेपी की जीत में हिंदुत्व ने बड़ी भूमिका निभाई है। जम्मू में तो पार्टी को जबरदस्त समर्थन मिला है। 2024 के नतीजों के बाद कहा जाने लगा था कि हिंदुओं का वोट बंट गया है, लेकिन हरियाणा और जम्मू के जरिए बीजेपी ने दिखाया है कि हिंदुत्व का मुद्दा अभी भी धारदार है।
हरियाणा के रिजल्ट के बाद महाराष्ट्र और झारखंड में बीजेपी एक नए आत्मविश्वास के साथ जाएगी। झारखंड में बीजेपी विपक्ष में है और उसे हेमंत सोरेन के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का भी फायदा मिलेगा। वहीं महाराष्ट्र में वह एकनाथ शिंदे के साथ सरकार में है। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावों के साथ पीएम मोदी और अमित शाह लगातार महाराष्ट्र का दौरा कर रहे हैं। पार्टी अब नई ऊर्जा के साथ महाराष्ट्र में अपनी सत्ता बचाए रखने की कोशिश करेगी।
हरियाणा में बीजेपी को 90 में से 48 सीटों पर जीत मिली है, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिली हैं। इनेलो 2 सीट पर सिमट गई है। वहीं अन्य के हिस्से में 3 सीटें आई हैं। जम्मू कश्मीर बीजेपी को 29 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली है, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 सीटों पर जीत मिली। पीडीपी 3 सीटों पर जीतने में सफल रही। अन्य के हिस्से में 10 सीटें आई हैं।