देश में सोने के आभूषणों की कीमतों में कमी आने वाली है। इसे लेकर मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से भारी मात्रा में सोना इंपोर्ट करने की अनुमति दे दी है। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत रियायती शुल्क पर यूएई से गोल्ड आयात होगा। इसे लेकर दो लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि देश में सोना का अधिकांश आयात ही होता है। इसके तहत ही सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा अधिकृत ज्वैलर्स बैंकों को यूएसई से गोल्ड इंपोर्ट करने की मंजूरी दी है।
भारत में साल 2023-24 में 140 टन सोना इंपोर्ट करने के लिए एक फीसदी शुल्क लाभ (Duty Advantage) देने का फैसला लिया गया है। रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने पिछले दिनों नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि ट्रैरिफ रेट कोटा का लाभ उठाने के लिए पात्रता मानदंड निधार्रित किए गए हैं। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण ने इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के जरिये पात्र ज्वैलर्स को इसकी सूचना दी है।
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साल 2023-24 में 140 टन सोना का होगा आयात
व्यापार समझौते के तहत यूएई ने टैरिफ रेट कोटा के बदले भारत को गोल्ड ज्वैलरी के एक्सपोर्ट में तत्काल जीरो ड्यूटी मार्केट एक्सेस देना का ऑफर किया है, जोकि पहले इंपोर्ट ड्यूटी 5 प्रतिशत थी। 2022-23 में 110 टन और साल 2023-24 में 140 टन सोना का आयात तय है। सोने के इंपोर्ट को धीरे-धीरे बढ़ाकर अगले 5 साल में 200 टन किया जाएगा। ट्रेड एक्सपर्ट का कहना है कि अब इंडियन इंपोर्टर 15 फीसदी के बजाए 14 फीसदी टैक्स देकर यूएई से सोना का आयात कर सकते हैं।
इंपोर्ट ड्यूटी में एक फीसदी की रियायत
इसे लेकर फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के डायरेक्टर जनरल अजय सहाय का कहना है कि सरकार द्वारा इंपोर्ट टैक्स में 1 फीसदी की रियायत देने से गोल्ड के आभूषणों की कीमतों में कमी आएगी। जेम ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के उत्तरी क्षेत्र के अध्यक्ष अशोक सेठ ने कहा कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत सरकार ने यह फैसला किया है।