G20 Summit: जी 20 समिट सम्मेलन के लिए राजधानी दिल्ली में 8, 9 और 10 सितंबर को सरकारी छुट्टी घोषित की गई है। क्योंकि G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए 19 देशों के अलावा अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों और यूरोपीय संघ के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली आ रहे हैं। ऐसे में अतिथियों की सुविधा कि हिसाब से ही दिल्ली में तैयारियां की जा रही है। लेकिन अलग-अलग देश से आ रहे इन नेताओं के काफिले में कितनी गाड़ियां होंगी यह भी एक बड़ा सवाल है। क्योंकि सुरक्षा एजेंसियां भी इससे जूझ रही है।
इतनी गाड़ियां लाने का दिया प्रस्ताव
दरअसल, जी20 समिट सम्मेलन में आने वाले नेताओं अपने-अपने नेताओं को काफिले की जानकारी दी है। अमेरिका ने 75 से 80 गाड़ियां लाने की बात कही है, जबकि चीन ने भी 46 गाड़ियां लाने की जानकारी दी है। इसके अलावा अन्य सभी देश जिसमें संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, तुर्की के साथ-साथ यूरोपीए संघ ने भी अपने-अपने नेताओं की गाड़ियों की जानकारी दी है। लेकिन एक साथ दिल्ली में इतनी गाड़ियों को लेकर दिक्कत हो सकती है क्योंकि पूरे दिल्ली में ट्रैफिक डायवर्जन भी लागू रहेगा।
वाहनों में कटौती का दिया प्रस्ताव
सूत्रों के मुताबिक नेताओं के इतने बड़े काफिले से दिक्कत हो सकती है, ऐसे मे दिल्ली पुलिस ने प्रस्ताव दिया है कि वाहनों में कुछ कटौती की जाए। दिल्ली पुलिस ने यह जानकारी विदेश मंत्रालय को भेजी थी। जिसके बाद विदेश मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी जी20 समिट में आने वाले अतिथि देशों को दी गई है।
कुछ राष्ट्रों ने की वाहनों में कटौती
सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्रालय की चर्चा के बाद कुछ राष्ट्रों ने वाहनों में कटौती करने की बात कही है, जबकि कुछ राष्ट्रों के साथ अभी भी चर्चा जारी है। अमेरिका अब अपनी 60 कारें लेकर आएगा। जबकि चीन और संयुक्त अरब आमीरात के साथ अभी चर्चा जारी है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि सुरक्षा के साथ-साथ यातायात की भी पर्याप्त व्यववस्थाएं की जा रही हैं, इसलिए वाहनों में कटौती का प्रस्ताव भेजा गया था।
बता दें दिल्ली में होने वाले जी-20 के शिखर सम्मेलन को लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें गृह मंत्रालय, खुफिया ब्यूरों के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया था। जिसमें जी-20 सम्मेलन को लेकर चर्चा और आगे की रणनीतियां तैयार हुई हैं।
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