नई दिल्ली: इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन फुटबॉल (FIFA)ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन को सस्पेंड करने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस मामले में कोर्ट को सारी जानकारी दी जिसके बाद जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और एएस बोपन्ना की बेंच ने कहा कि मामले को बुधवार 17 अगस्त के लिए सूचीबद्ध किया गया है और वह इसे पहले मामले के रूप में लेने की कोशिश करेगी।
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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष को हटा दिया गया था और कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स का गठन किया गया था। इसी बात से नाराज फीफा ने मंगलवार को कहा कि वह तीसरे पार्टी के हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करता। अब AIFF पर फीफा के फैसले से साफ हो गया है कि भारत को आगामी अंडर -17 महिला विश्व कप 2022 की मेजबानी नहीं कर सकेगा। बता दें कि यह टूर्नामेंट 11-30 अक्टूबर से आयोजित किया जाना था।
फीफा ने कहा- कानून का गंभीर उल्लंघन
फीफा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि फीफा परिषद के ब्यूरो ने सर्वसम्मति से तीसरे पक्ष के अनुचित प्रभाव के कारण अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया है, जो फीफा क़ानून का गंभीर उल्लंघन है। यह भी कहा गया कि AIFF एग्जिक्यूटिव कमेटी की शक्तियों को ग्रहण करने के लिए प्रशासकों की एक समिति गठित करने का आदेश निरस्त हो जाने के बाद सस्पेंशन हटा लिया जाएगा।
बता दें कि 85 साल के इतिहास में यह पहली बार है जब फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंध लगाया है। पूर्व अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल को सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2020 में होने वाले चुनाव नहीं कराने के कारण पद से हटा दिया था और फेडरेशन को सस्पेंड कर दिया था। साथ ही 28 अगस्त तक चुनाव कराए जाने के आदेश दिए थे।
सॉलिसिटर जनरल ने सुप्रीम कोर्ट में क्या कहा...
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और एएस बोपन्ना की बेंच को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि फीफा ने भारत को सस्पेंड करने वाला एक पत्र भेजा था। उन्होंने कहा कि पत्र पब्लिक डोमेन में है और इसे कोर्ट के सामने लाने की जरूरत है। पीठ ने सॉलिसिटर जनरल से कहा कि मामले को बुधवार 17 अगस्त के लिए सूचीबद्ध किया गया है और वह इसे पहले मामले के रूप में लेने की कोशिश करेगी। मेहता ने यह भी कहा कि फीफा ने कुछ फैसले लिए हैं और वे देश के लिए महत्वपूर्ण हैं और उन्हें अदालत के सामने लाने की जरूरत है।
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भारतीय फुटबॉल पर फीफा का फैसला कठोर: बाइचुंग भूटिया
उधर, भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने मंगलवार को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) पर प्रतिबंध लगाने के फीफा के फैसले को कठोर करार दिया। उन्होंने ये भी कहा कि यह देश के लिए चीजों को व्यवस्थित करने का एक बड़ा अवसर है।
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