Congress Expelled Ex-MLA: कांग्रेस ने अपने बागी पूर्व विधायक को झटका देते हुए उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) ने लेटर जारी करके ओडिशा के कटक से पूर्व विधायक मोहम्मद मोकिम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है. मोकिम पर पार्टी विरोधी गतिविधियों करने का आरोप लगा है, जिससे नाराज हाईकमान ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया.
AICC expels Md. Moquim from the primary membership of the party, due to anti-party activities. https://t.co/ob9ImiiIXI pic.twitter.com/pgInaUoDcn
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 15, 2025
अध्यक्ष खरगे के बारे में लिखा था लेटर
मोहम्मद मोकिम ने बताया कि सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी कठिन दौर से गुजर रही है और उसे उनके मार्गदर्शन और नए नेतृत्व की जरूरत है. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उम्र उनके पक्ष में नहीं है, इसलिए पार्टी को युवा नेताओं को आगे लाना चाहिए. सोनिया जी और CWC सदस्य इस पर जरूर चर्चा करें, क्योंकि नुआपड़ा उपचुनाव के परिणाम काफी चिंताजनक रहे थे.
शिवकुमार-सचिन का किया था जिक्र
दिलचस्प बात यह है कि मोकिम ने अपने लेटर में 3 नामों कर्नाटक से डीके शिवकुमार, राजस्थान से सचिन पायलट और वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी का जिक्र किया. उन्होंने लिखा कि शिवकुमार और सचिन ने अपने-अपने राज्यों में कांग्रेस नेताओं सिद्धारमैया और अशोक गहलोत को चुनौती दी, जबकि वे दोनों गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं. प्रियंका गांधी पार्टी में अहम भूमिका निभा सकती हैं.
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खरगे की उम्र पर भी उठाए थे सवाल
मोकिम ने अपने लेटर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर सवाल उठाए और उनकी उम्र को देखते हुए उन्होंने बतौर पार्टी प्रमुख अनफिट बताया. उन्होंने शिकायत की कि 83 साल के खरगे युवा पीढ़ी के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रहे हैं, इसलिए उनकी जगह किसी युवा चेहरे को जगह दी जा सकती है. ज्योतिरादित्य सिंधिया और हिमंता बिस्वा सरमा के पार्टी छोड़ने का कारण कहीं न कहीं तालमेल की कमी है.
मोकिम ने लिखा कि सिंधिया के पार्टी छोड़ने से मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई. नुआपड़ा विधानसभा उपचुनाव में BJP के जय ढोलकिया ने 80000 से ज्यादा वोटों से जीते और जनता का भरोसा भी जीता. इसलिए कर्नाटक कांग्रेस मजबूत नेतृत्व की कमी से जूझ रही है, कृप्या मामले पर ध्यान दें.










