जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसी लगातार घाटी में सर्च ऑपरेशन चला रही है। इस बीच मंगलवार को पहलगाम के सर्किट रोड पर तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। सुरक्षा बल बैसरन घाटी के आसपास के जंगलों में कांबिंग और सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसी दौरान सुरक्षा बलों के जवानों ने संदिग्ध को पकड़ा। जब संदिग्ध को पकड़ा तो उसने एक बुलेट प्रूफ जैकेट का कवर पहन रखा था
संदिग्ध की हुई पहचान
संदिग्ध व्यक्ति की बाद में पहचान बिलाल अहमद के रूप में हुई, जिसने गिरफ्तारी के समय बुलेटप्रूफ जैकेट जैसी हाफ जैकेट पहन रखी थी। सुरक्षा बलों द्वारा पूछताछ किए जाने पर बिलाल ने गोलमोल और अस्पष्ट जवाब दिए। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की अपील की है।
सुरक्षा बलों ने संदिग्ध को पुलिस को सौंपा
सुरक्षा बलों ने जब पूछा कि बुलेटप्रूफ जैकेट का कवर कहां से मिला? इस सवाल का जवाब संदिग्ध नहीं दे पाया, जिसके बाद सुरक्षाबलों के जवानों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। सुरक्षाबलों के जवानों ने संदिग्ध की मानसिक स्थिति की जांच कराने के लिए उसे पुलिस को सौंप दिया।
पूछताछ में जुटी पुलिस
पुलिस के अनुसार, वह मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति है और उसने बुलेटप्रूफ जैकेट जैसी हाफ जैकेट पहन रखी थी। पुलिस फिलहाल उसके बारे में और अधिक जानकारी जुटाने में लगी है। बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह पहली बार है, जब सुरक्षा एजेंसियों को एक ऐसा व्यक्ति हाथ लगा है, जिसे संदिग्ध स्थिति में पकड़ा गया है। 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में ही घूम रहे पर्यटकों को आतंकियों ने निशाना बनाया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी।
पुंछ सेक्टर में पकड़ा गया पाकिस्तानी नागरिक
इससे पहले आज सुबह ही भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) से एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति को सीमा पार करते समय गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह व्यक्ति सीमा पार से आया है या किसी नियोजित घुसपैठ की मंशा से। सेना और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस घटना की व्यापक जांच कर रहे हैं। आगे की कार्रवाई पूछताछ के आधार पर की जाएगी। पहलगाम घटना के बाद एलओसी पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की घुसपैठ या सुरक्षा खतरे को तुरंत रोका जा सके।