Bank Fraud Case: बैंक चीटिंग मामले में सीबीआई कुख्यात क्रिमिनल अंगद सिंह चंडोक को भारत ले आई है। CBI चंडोक को USA से डिपोर्ट करके भारत लाई है। अंगद पर एक अंतरराष्ट्रीय तकनीकी सहायता योजना के जरिए अमेरिकियों को धोखा देने का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस योजना में बुजुर्गों की जमा पूंजी ठगी गई, जिसके चलते अंगद को 6 साल की सजा सुनाई गई थी।
USA से भारत हुआ डिपोर्ट
बैंक चीटिंग मामले में CBI कुख्यात क्रिमिनल अंगद सिंह चंडोक को USA से डिपोर्ट करके भारत लाई है। दरअसल, कैलिफोर्निया में अंगद सिंह चंडोक ने एक लंबे समय से चल रहे और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क का संचालन किया। ऑनलाइन तकनीकी सहायता योजनाओं के जरिए अमेरिकियों से लाखों डॉलर ठगे। इसके बाद इस पैसे को ट्रांसफर करने के लिए कुछ कंपनियों का निर्माण किया।
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चंडोक के साथ इस काम में कम से कम पांच अन्य लोग भी शामिल थे। 2022 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चंडोक ने बुजुर्ग व्यक्तियों को निशाना बनाकर किए गए घोटालों के पैसों को व्हाइट करने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का सहारा लिया। चंडोक को 19 अगस्त, 2019 को पैसे लूटने की साजिश रचने का दोषी पाया।
कमजोर लोगों को बनाया निशाना
यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी जैचरी ए. कुन्हा ने सुनवाई के दौरान कहा था कि ‘यह दुखद सच्चाई है कि हर दिन, दुनिया भर में धोखेबाज लोग कमजोर और बुजुर्ग अमेरिकियों को निशाना बनाते हैं, ताकि उन्हें उनकी बचत और आजीविका से वंचित किया जा सके। चंडोक जैसे अपराधी इन धोखाधड़ी योजनाओं का एक अनिवार्य हिस्सा हैं।’ रिपोर्ट में कहा गया कि ‘सरकारी सबूतों से पता चला कि केवल एक महीने में उसने लगभग 930,000 डॉलर की लूट की थी।’
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