Delhi News : कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली, विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति को आज विदेश सचिव विक्रम मिस्री और वाणिज्य सचिव सुनील बार्थवाल ने कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक बैठक में भारत की विदेश नीति और व्यापार से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। समिति के कई सदस्यों ने विदेश नीति और विदेश से जुड़े वाणिज्य नीति के विषय पर दोनों अधिकारियों से कई सवाल किए ।
बैठक में विदेश और व्यापार पर चर्चा
वाणिज्य सचिव सुनील बार्थवाल ने समिति को भारत के विदेश व्यापार और नीति में चल रहे वर्तमान मुद्दों की जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, कई सदस्यों ने अमेरिका से जुड़े टैरिफ के मुद्दे उठाए और इस पर जानकारी मांगी थी। इस पर वाणिज्य सचिव ने स्पष्ट किया कि अमेरिका की ओर से अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार केवल मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया नहीं दे सकती, लेकिन भारत सरकार का वाणिज्य मंत्रालय स्थिति पर नजर रखे हुए है और आवश्यकतानुसार उचित कदम उठाए जाएंगे।
विदेश नीति पर भारत का रुख
वहीं विदेश मामलों की स्टैंडिंग कमेटी के सामने विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने विदेश नीति से जुड़े वर्तमान डेवलपमेंट के विषय में जानकारी दी। उन्होंने भारत की वर्तमान विदेश नीति पर विस्तार से जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान स्थाई समिति के सदस्यों ने चीन और ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाए जा रहे बांध को लेकर कई सवाल पूछे गए।
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इस पर विदेश सचिव ने बताया कि भारत और चीन के बीच इस विषय पर कोई औपचारिक समझौता नहीं है। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच एक जल समझौता मौजूद है। उन्होंने कहा कि चीन के साथ किसी भी जल-संबंधी मुद्दे पर बातचीत केवल द्विपक्षीय स्तर पर ही की जा सकती है। बैठक में अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई, और सरकार के तरफ़ से दोनों सचिवों ने आश्वासन दिया कि सभी महत्वपूर्ण मामलों पर कूटनीतिक स्तर पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (वाणिज्य विभाग) के सचिव सुनील बार्थवाल और विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संसद एनेक्सी भवन में लगभग दो घंटे चली बैठक में बारी बारी से सदस्यों के द्वारा पूछे गए तमाम सवालों के जवाब दिए ।