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Amazing Facts: दुनिया को तेज इंटरनेट देने वाले लोगों को भूला देश, जानें कौन हैं वो

Amazing Facts: भारत के अनसुने हीरो! जानिए कैसे भारतीय वैज्ञानिकों ने दुनिया को दी अहम खोजें, जिनके बारे में शायद ही आप जानते हों। फाइबर ऑप्टिक्स से लेकर पेंटियम चिप तक, भारत का योगदान है अद्भुत।

Amazing Facts
Amazing Facts: भारत, प्राचीन काल से ही ज्ञान और विज्ञान का केंद्र रहा है। हमारी समृद्ध संस्कृति के साथ-साथ, देश ने आधुनिक तकनीक के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अक्सर हम विदेशी आविष्कारों के बारे में तो जानते हैं, लेकिन अपने ही देश के वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को नजरअंदाज कर देते हैं। आज हम आपको बताएंगे उन भारतीय दिग्गजों के बारे में जिन्होंने दुनिया को बदलने वाली खोजें कीं। यह भी पढ़े: जवान दिखने के चक्कर में लड़की ने किया ऐसा काम, जान कर तौबा कर लेंगे आप

फाइबर ऑप्टिक्स

आजकल तो इंटरनेट के बिना कुछ नहीं होता। यह हमारे लिए बहुत जरूरी हो गया है। मैसेज भेजने से लेकर फिल्में देखने तक, कुछ भी इंटरनेट के बिना संभव नहीं है। यह इंटरनेट आप तक फाइबर ऑप्टिक्स के माध्यम से पहुंचता है। फाइबर ऑप्टिक्स का उपयोग वेब, टेलीफोन और चिकित्सा क्षेत्रों में भी होता है। फाइबर ऑप्टिक्स की खोज का श्रेय पंजाब के मोगा में जन्मे नरिंदर सिंह कपानी को जाता है। वह एक भौतिक विज्ञानी थे और उन्हें 'फाइबर ऑप्टिक्स के पिता' के रूप में जाना जाता है। 1955 से 1965 के बीच, उन्होंने कई Technical Studies में भी इम्पोर्टेन्ट भूमिका निभाई।

Amazing Facts: Radio Broadcasting

रेडियो के आविष्कार का श्रेय आमतौर पर इतालवी वैज्ञानिक गुग्लिएल्मो मार्कोनी को दिया जाता है, लेकिन भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस उनके Contemporary थे और इस क्षेत्र में Pioneering रिसर्च कर रहे थे। बोस ने रेडियो वेव्स के प्रयोगों में महत्वपूर्ण प्रगति की, जिनमें बारूद को जलाना और घंटियाँ बजाना शामिल था। उनकी दूरदृष्टि इतनी असाधारण थी कि उन्हें अक्सर अपने समय से 60 साल आगे माना जाता है। बोस के कार्यों ने रेडियो, टेलीविजन और रडार जैसी तकनीकों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह भी पढ़े: Bihar के इस जिले में आखिर क्यों 14 अगस्त की आधी रात को फहराया जाता है तिरंगा

यूएसबी पोर्ट

यूएसबी का मतलब यूनिवर्सल सीरियल बस पोर्ट है, और इसने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कनेक्ट करने का तरीका ही बदल दिया। इसे खोजने वाले अजय भट्ट का जीवन भी इससे बदल गया। 1990 के दशक में, भट्ट और उनकी टीम ने एक ऐसे Equipment पर काम करना शुरू किया, जो बाद में कंप्यूटर कनेक्टिविटी का एक इम्पोर्टेन्ट हिस्सा बन गया। अजय को 2013 में गैर-यूरोपीय श्रेणी में यूरोपियन इन्वेंटर अवार्ड भी मिला।

Amazing Facts: पेंटियम चिप

पेंटियम चिप, इंटेल का एक Flagship Product कंप्यूटर प्रोसेसर के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ। इस रेवोलुशनरी चिप के डेवलपमेंट में एक भारतीय, विनोद धाम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। धाम की Expertise ने पेंटियम चिप को हाई स्पीड और Efficiency प्रदान की, जिसने पर्सनल कंप्यूटरों की कैपेबिलिटीज में बढ़ोतरी की।  


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