Press Council of India Advisory : प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने गुरुवार को एलजीबीटीक्यू किन्नर या सेक्स-चेंज सर्जरी जैसे शब्दों से संबंधित समाचारों को कवर करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए, जिसमें पत्रकारों से 'किन्नर' या 'लिंग-परिवर्तन सर्जरी' जैसे शब्दों के उपयोग से बचने और क्रमशः ट्रांसजेंडर महिला और लिंग पुष्टि सर्जरी का विकल्प चुनने को कहा गया।
इन शब्दों पर रोक
एलजीबीटीक्यू किन्नर समुदाय पर समाचार कवर करने के दिशा-निर्देशों में कहा गया है, ट्रांसजेंडरों के लिए अभद्र शब्दों का उपयोग न करें, 'ट्रांसजेंडर' एक विशेषण है। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) ने कहा, इसका उद्देश्य लिंग, कामुकता, व इसकी शर्तों और उपयोग की समझ को बढ़ाना हैं, इसलिए एलजीबीटीक्यू की पहचान और रिश्तों का उल्लेख करते समय इन शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
प्रेस काउंसिल ने दिशानिर्देशों में कहा कि समलैंगिक, उभयलिंगी, समलैंगिक, अलैंगिक या समलैंगिक होना यौन रुझान है। दूसरा, यह विशेष अधिकार नहीं है जो समुदाय मांग रहा है बल्कि 'समान अधिकार' है।
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की अनुमति
पत्रकारों से किसी भी प्रकार के प्रकाशन में एलजीबीटीक्यू आईए के रूप में पहचान करने वालों के नाम, फोटो, घर या ऑफिस के बारे में खुलासा करने से पहले उनकी अनुमति लेनी होगी। ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की 'पुरानी' तस्वीरें न मांगें, जिन्होंने लिंग सकारात्मक सर्जरी करवाई हो क्योंकि यह असंवेदनशील और अनावश्यक है। वहीं पीसीआई ने यह भी कहा, 'समलैंगिक' शब्द का उपयोग करते समय सावधानी बरतें।