Bee Attack: कभी कभी मधुमक्खी को हल्के में ले लेते हैं। सभी जानते हैं हमें मधुमक्खी से शहद तो मिलता है लेकिन मिठास के अलावा यह खतरनाक पहलू भी हो सकता है। ऐसे में सवाल ये है कि क्या मधुमक्खी भी जान ले सकती है। आखिर मीठा मीठा शहद देने वाली मधुमक्खियों में जहर कहां से आ सकता है? मधुमक्खियों का हमला कितना खतरनाक हो सकता है, इसकी चर्चा गोंडा में हुए हादसे से खूब हो रही है।
यूपी के गोंडा में मधुमक्खी के डंक ने दो बच्चों की जान ले ली है। उन्हें बचाने की कोशिश में उनकी दादी भी गंभीर रूप से घायल हो गईं। हमले के बाद बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बच्चों के परिवार वाले इस हादसे के बाद सदमे में हैं। वहीं, इससे पहले सहारनपुर 2022 में भी ऐसा ही एक मामला आया था।
मधुक्खियों का डंक कितना है खतरनाक
मधुमक्खियों के डंक में जहर होता है। अगर हेल्दी इंसान को एक स ज्यादा बार काट लें तो उसकी जान भी जा सकती है। दरअसल, चींटियों, मधुमक्खियों और बिच्छू के डंक में फॉर्मिक एसिड होता है। ये एसिड बॉडी में जाकर स्किन पर सूजन के साथ साथ दर्द महसूस होने लगता है। कुछ लोगों को फीवर भी हो जाता है।
मधुमक्खी के डंक बॉडी में फेरोमोन जैसे रसायन को एक्टिव कर देते हैं। इससे पीड़ित गंभीर रूप से घायल भी हो जाता है और अगर काफी मधुमक्खी डंक मार लें तो मौत का कारण बनती है। बच्चे और बुजुर्गों में खतरा ज्यादा रहता है। मधुमक्खी के डंक से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और हार्ट अटैक आ सकता है। जिसकी इम्यूनिटी स्ट्रोंग है तो वह जल्दी हेल्दी हो सकता है।
नार्मल मधुमक्खी के डंक का घरेलू उपचार
- प्योर शहद का यूज करें और एक लूज बैंडेज से बांध लें
- मधुमक्खी काटने पर बेकिंग सोडा का इस्तेमाल भी आराम दे सकता है
- एप्पल विनेगर की कुछ बूंदें डंक वाली जगह पर लगाकर छोड़ दें, इससे राहत मिलनी शुरू हो जाएगी
- टूथपेस्ट का यूज भी मधुमक्खी के डंक से राहत दिलाता है
- एलो वेरा का यूज से स्किन नर्म हो जाती है और आराम मिलता है
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।