लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने बुधवार को कहा कि समाजवादी पार्टी राज्य में भाजपा को कड़ा विरोध देने में विफल रही है, भले ही उत्तर प्रदेश की धर्मनिरपेक्ष ताकतों ने सत्ताधारी पार्टी की जातिवादी और सांप्रदायिक नीतियों के खिलाफ मतदान किया हो। उन्होंने भाजपा और सपा दोनों पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ''उत्तर प्रदेश की धर्मनिरपेक्ष ताकतों ने भाजपा की चरम जातिवादी, सांप्रदायिक और जनहित विरोधी नीतियों के खिलाफ मतदान किया और सपा को यहां मुख्य विपक्षी दल बना दिया, लेकिन सपा स्पष्ट रूप से देने में विफल रही है।
अभीपढ़ें– AAP सांसद ने पंजाब के राज्यपाल पर साधा निशाना, बोले- ये आदेश ‘ऑपरेशन लोटस’ के साजिश को साबित करता है
मायावती ने अपने ट्वीट मे कहा कि "यही कारण है कि भाजपा सरकार को पूरी तरह निरंकुश और जनविरोधी सोच और कार्यशैली के साथ यूपी के करोड़ों लोगों के हित और कल्याण के खिलाफ काम करने की आजादी दी गई है। विधान सभा में भी विशाल संख्या होने के बावजूद संख्या, सपा सरकार के खिलाफ असहाय और कमजोर दिखती है। दरअसल, सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा यूपी में विपक्ष को 'बेरोजगार' करार दिए जाने के बाद, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला किया है।
अभीपढ़ें– महाराष्ट्र के पूर्व CM उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे गौतम अडाणी, 60 मिनट तक हुई बातचीत
मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'यूपी विधानसभा के मानसून सत्र से पहले बीजेपी का यह दावा कि विपक्ष यहां बेरोजगार है, उनकी अहंकारी सोच और गैर जिम्मेदाराना रवैये को उजागर करता है। उन्होंने कहा सरकार की सोच जनहित के प्रति ईमानदारी और वफादारी साबित करने की होनी चाहिए और लोक कल्याण, विपक्ष के खिलाफ द्वेषपूर्ण रवैया नहीं दिखाने के लिए। बसपा सुप्रीमो ने यह भी कहा कि बीजेपी को महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, गड्ढों वाली सड़कों, खराब शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था के बारे में बात करनी चाहिए।
अभीपढ़ें– देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ेंClick Here - News 24 APP अभीdownload करें