Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी के मद्देनजर शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव प्रचार गीत 'हिमाचल की पुकार फिर भाजपा सरकार' का शुभारंभ किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस गीता को लॉन्च करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी का काम लोगों के बीच झगड़ा पैदा करना है। वह सिरमौर में एक जनसभा को संबोधत कर रहे थे।
आगे अपने रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि " बीजेपी हिमाचल प्रदेश एक नया रिवाज स्थापित करने जा रही है जो है 'एक बार बीजेपी, बार बार बीजेपी'। उन्होंने कहा उत्तराखंड में कांग्रेसी शासन बदलने की बात करते थे। लेकिन वहां दो-तिहाई बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनी।"
हाती समुदाय का 55 साल का संघर्ष समाप्त हुआ
आगे शाह ने हिमाचल के हाटी समुदाय को एसटी का दर्जा मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी दर्जे के लिए हाती समुदाय के 55 साल के संघर्ष को समाप्त किया। वह उनके दर्द को समझते हैं और वह गर्व से कहते हैं कि 'हिमाचल मेरा है' क्योंकि उन्हें राज्य के लोगों से लगाव है।" उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी।
दलितों के अधिकार खत्म नहीं होंगे
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "लोगों के बीच दुश्मनी पैदा किए बिना कांग्रेस शांति से नहीं बैठ सकती। कांग्रेस का काम लोगों के बीच झगड़ा करना और आग लगाना है। लेकिन पीएम मोदी विकास के लिए काम करते हैं। अब अगर हाती समुदाय को आदिवासी का दर्जा दिया गया है, तब वे दलितों और अनुसूचित जातियों के लोगों को भड़काने की साजिश करते हैं कि उनके अधिकार खत्म हो जाएंगे। लेकिन डरने की जरूरत नहीं है, मैंने सभी दलित समाज की रक्षा की है।"
8 दिसंबर को आएंगे रिजल्ट
इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्य के अन्य भाजपा नेता मौजूद थे। हिमाचल में 12 नवंबर को विधानसभा चुनावाें के लिए मतदान होगा और परिणाम 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की थी। जानकारी के मुताबिक हिमाचल सदन का कार्यकाल 8 जनवरी 2023 को समाप्त होगा। हिमाचल प्रदेश ने 9 नवंबर, 2017 को अपनी विधान सभा का चुनाव करने के लिए मतदान किया था। 68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पार्टी को हराकर 44 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 2017 में केवल 21 सीटें हासिल कीं थी।