ज्यादातर लोगों को नई और हल्के रंग की बेडशीट लेने का शौक होता है। कुछ लोग तो रोजाना अपने बेडरूम की बेडशीट बदलते हैं ताकि उनका कमरा सुंदर और साफ-सुथरा लगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ रंग ऐसे होते है कि जिन रंग की बेडशीट नहीं बिछानी चाहिए। कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय बताते है की पीले रंग की बेडशीट, सोफा कवर या तकिया कवर को नहीं बिछाना चाहिए।
अगर आप बाजार जाकर बेडरूम के लिए बेडशीट या सोफा कवर लेने का विचार कर रहे हैं तो कोशिश करें पीले रंग को चुनने से बचें। आइए जानते हैं इंद्रेश उपाध्याय जी से कि आखिर क्यों पीले रंग की बेडशीट नहीं बिछानी चाहिए?
पीले रंग से जुड़ी आध्यात्मिक मान्यता
इंद्रेश उपाध्याय के अनुसार, पीतांबरी ( पीले वस्त्र ) में स्वयं श्री ठाकुर जी का वास होता है। इस वजह से कहा गया है कि पीले रंग की बेडशीट को नहीं बिछाना चाहिए। यदि आपको मंदिर जाने का अवसर नहीं मिल पा रहा है या ठाकुर जी के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं लेकिन मन में वृंदावन कि गहरी भावना उमड़ रही है तो आप पीले वस्त्र पहनकर यह भाव रख सकते हैं कि ठाकुर जी महाराज आपके आसपास ही हैं।
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महाभारत से जुड़ा संदर्भ
इसके आगे इंद्रेश उपाध्याय जी ने बताया की महाभारत में उल्लेख मिलता है कि युधिष्ठिर महाराज का नियम था कि जहां भी वह पीला वस्त्र देखते थे, वहीं झुककर प्रणाम करते थे। क्योकिं उनका मानना था कि पीला रंग स्वयं श्रीकृष्ण का प्रतीक है। इसलिए पीले वस्त्र को हमेशा विशेष आदर और सम्मान दिया जाना चाहिए।
कब पहनें पीले रंग के वस्त्र?
गुरुवार
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरुवार का दिन पीले रंग से जुड़ा होता है। इस दिन पीले रंग का वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है और पीला रंग ज्ञान, बुद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। साथ ही इससे घर-परिवार में सुख-शांति भी बनी रहती है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।