यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI से जुड़े एक खास फीचर को धीरे-धीरे बंद किया जा रहा है। हालिया मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI ‘कलेक्ट पेमेंट्स’ फीचर को लिमिटेड करने की तैयारी कर रही है। दरअसल, अब यह सुविधा सिर्फ बड़े और वेरिफाइड मर्चेंट्स को मिल सकती है। चलिए पहले समझते हैं क्या है ‘कलेक्ट पेमेंट्स’ फीचर?
क्या है ‘कलेक्ट पेमेंट्स’ फीचर?
बता दें कि ‘कलेक्ट पेमेंट्स’ को पुल ट्रांजैक्शन भी कहा जाता है। इस फीचर की मदद से पैसे पाने वाला शख्स किसी को UPI के जरिए पैसे भेजने की रिक्वेस्ट सेंड कर सकता है। भेजने वाला शख्स अपने UPI ऐप में जाकर इसे अप्रूव कर सकता है, जिसके बाद ट्रांजैक्शन कम्पलीट होता है। उदाहरण के लिए जब आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं और ‘UPI कलेक्ट’ से पेमेंट चुनते हैं तो आपको अपने UPI App पर जाकर ट्रांजैक्शन अप्रूव करनी पड़ती है।
UPI का इस्तेमाल होगा ज्यादा सेफ
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि NPCI चाहता है कि QR कोड और पुश पेमेंट को ज्यादा बढ़ावा दिया जाए। NPCI का मानना है कि QR कोड स्कैन करके पेमेंट करने और सीधे पैसे भेजने से UPI का इस्तेमाल ज्यादा सेफ और इफेक्टिव हो जाएगा। NPCI के इस कदम से QR कोड और डायरेक्ट ट्रांसफर का ट्रेंड बढ़ेगा। यही नहीं इससे UPI से जुड़े फ्रॉड को रोकने में भी मदद मिलेगी।
पूरी तरह बंद नहीं होगा फीचर
हालांकि NPCI इसे पूरी तरह से बंद नहीं करेगा, लेकिन यह फीचर सिर्फ कुछ बड़े और वेरिफाइड मर्चेंट्स के लिए ही उपलब्ध होगा। इसके अलावा, पर्सन-टू-पर्सन यानी P2P कलेक्ट पेमेंट की लिमिट 2,000 रुपये तक लिमिटेड हो सकती है। ऐसा कहा जा रहा है कि छोटे व्यापारियों को इससे शुरुआत में कुछ दिक्कत हो सकती है, लेकिन वे QR कोड पेमेंट सिस्टम को अपनाकर इस बदलाव के साथ खुद को आसानी से एडजस्ट कर सकते हैं।
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