Google Chrome Vulnerability: अगर आप macOS, Windows या Linux पर Google Chrome ब्राउजर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो सावधान हो जाएं क्योंकि इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम यानी CERT-In ने हाई रिस्क वाली चेतावनी जारी की है। Vulnerability नोट CIVN-2025-0024 के अनुसार Google Chrome में कई सुरक्षा खामियां पाई गई हैं, जिनका हैकर्स आपके डिवाइस का एक्सेस पाने के लिए गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर इन खामियों का फायदा उठाया जाता है, तो साइबर अपराधी टारगेट किए गए सिस्टम पर मनमाना कोड एडिट कर सकते हैं, जिससे आपका डेटा और प्राइवेट जानकारी खतरे में पड़ सकती है। इसलिए, अभी अपने Google Chrome को अपडेट कर लें।
Google Chrome में पाई गई खामियां
CERT-In के मुताबिक, Google Chrome में पाई गई खामियां मुख्य रूप से निम्नलिखित कारणों से हैं
Visual Studio (VS) और नेविगेशन में ‘Use-After-Free’ (UAF) Vulnerability
ब्राउजर UI में इम्प्रॉपर इम्प्लीमेंटेशन
V8 JavaScript इंजन में आउट-ऑफ-बाउंड मेमोरी एक्सेस
कैसे हो सकता है साइबर अटैक?
हैकर्स इन खामियों का फायदा उठाकर यूजर्स को Malicious Websites पर जाने के लिए मजबूर कर सकते हैं। जैसे ही यूजर ऐसी वेबसाइट पर जाते हैं, मैलवेयर उनके सिस्टम में एंटर कर जाता है और अटैकर्स को सिस्टम पर कंट्रोल पाने, डेटा चोरी करने या बैंक अकाउंट तक एक्सेस लेने में मदद कर सकता है।
बताया जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों और बिजनेस करने वालों को है, जो अपने ब्राउजर में पासवर्ड, Financial इनफार्मेशन और पर्सनल डेटा सेव करते हैं। अगर ब्राउजर को समय पर अपडेट नहीं किया गया, तो इससे आपकी प्राइवेसी खतरे में आ सकती है।
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इन यूजर्स पर बड़ा खतरा
CERT-In ने साफ किया है कि यह समस्या Google Chrome के पुराने वर्जन में देखी गई है। Windows और macOS के लिए 133.0.0043.59/.99 से पहले के वर्जन में ये खामियां मिली हैं। जबकि Linux के लिए 133.0.6943.98 से पहले के वर्जन में ये खामियां मिली हैं। अगर आप इनमें से किसी भी पुराने वर्जन वाले Chrome ब्राउजर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो अभी ब्राउजर को अपडेट कर लें।