Google Chrome High Risk Warning: भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In यानी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने डेस्कटॉप पर यूज किए जाने वाले Google Chrome वर्जन को एफेक्ट करने वाली कई खामियों के संबंध में एक हाई-सेवरिटी रिस्क वाली चेतावनी जारी की है। CERT-In ने Vulnerability नोट CIVN-2024-0146 में इसकी जानकारी दी है। जिमसें बताया गया है कि हैकर्स इन खामियों का फायदा उठाकर आपके कंप्यूटर को कंट्रोल कर सकते हैं यहां तक कि मालिसियस एक्टिविटी को अंजाम दे सकते हैं।
क्या है खतरा?
अगर वक्त रहते इन खामियों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो हैकर्स आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानें…
- डिनायल-ऑफ-सर्विस (DoS): यह आपके क्रोम ब्राउजर को क्रैश कर सकता है या आपके पूरे कंप्यूटर को खराब भी कर सकता है।
- कोड एक्सेक्यूशन: इसका यूज करके हैकर्स आपके कंप्यूटर पर फुल कंट्रोल ले सकते हैं, आपका डाटा चुरा सकते हैं या कोई वायरस वाला सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं।
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क्रोम के इन वर्जन में मिली खामियां
- अगर आप विंडोज या मैक यूजर हैं, तो 124.0.6367.78 या .79 से पहले का क्रोम का कोई भी वर्जन अब सेफ नहीं है।
- Linux यूजर्स के लिए, 124.0.6367.78 से पहले का क्रोम का कोई भी वर्जन अब सेफ नहीं है।
कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
अच्छी खबर यह है कि Google ने पहले ही इन खामियों को दूर करने वाले अपडेट जारी कर दिए हैं। आइये जानें आप कैसे अपने क्रोम ब्राउजर को अपडेट कर सकते हैं:
- सबसे पहले गूगल क्रोम ओपन करें।
- ऊपरी दाएं कोने में थ्री डॉट पर क्लिक करें।
- इसके बाद सेटिंग्स ऑप्शन में जाएं और फिर “हेल्प” ऑप्शन पर जाएं।
- अब अबाउट Google Chrome ऑप्शन पर क्लिक करें।
- यहां से Chrome अपडेट को चेक करें। इसके बाद अगर कोई अपडेट उपलब्ध होता तो ये आटोमेटिक डाउनलोड और इंस्टॉल हो जाएगा।
- अपडेट पूरा होने के बाद Chrome को रीस्टार्ट करें।
- ब्राउजर को सेफ रखने के लिए अपने सॉफ्टवेयर को रेगुलर अपडेट करें। Google Chrome को अपडेट रखकर आप साइबर हमलों का शिकार होने के जोखिम को काफी
- कम कर सकते हैं। इसलिए बार-बार अपडेट को चेक करें और उन्हें तुरंत इंस्टॉल करें।