इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करने के लिए यूजर्स किसी न किसी ब्राउजर का इस्तेमाल करते हैं। क्या आप भी Chrome, Edge और Firefox या फिर किसी ब्राउजर का यूज करते हैं तो सावधान हो जाएं। सरकार ने ऐसे यूजर्स को अलर्ट किया है जो फास्ट ब्राउजिंग के लिए किसी ऐप या सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करते हैं। लाखों भारतीय यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में हैं।
इसमें आप भी शामिल हो सकते हैं और डाटा की चोरी होने के साथ खाता भी खाली हो सकता है। आइए आपको इस अलर्ट के बारे में विस्तार से बताते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं समय रहते इससे बचाव भी कर सतके हैं।
Chrome, Edge और Firefox के बारे में मिली ये बड़ी जानकारी
एक रिपोर्ट में जानकारी मिली है कि WebP Codec में किसी तरह की परेशानी है। इससे यूजर्स की प्राइवेसी में सेंधमारी हो सकती है। कई ऐसे ब्रउजर हैं जिनमें बच पाया गया है। इस रिपोर्ट के बाद कंपनी ने अपडेट भी जारी करना शुरू कर दिया है। स्कैम करने वाले लोग कोड पैच का इस्तेमाल कर कंप्यूटर में वायरस भी डाल सकते हैं। कंपनी ने ये भी स्वीकार किया है कि कॉड अपडेट करने के बाद यूजर्स को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
यह भी पढ़ें: WhatsApp पर नजर आएंगे Ads, कंपनी के हेड ने दी जानकारी, जानें क्या है प्लान?
ये है मुख्य कारण
अमेरिका में मौजूद जांच करने वाली संस्था एनआईएसटी ने बताया है कि इसे हीप बफर ओवरफ्लो के तहत डिजाइन किया गया है। आसान भाषा में कहें तो कंप्यूटर में किसी चीज को सेव करने के लिए स्टोरेज डाटा की जरुरत पड़ती है। इस बग की वजह से कंप्यूटर का डाटा ऑवर फ्लो हो सकता है। इसे सेव करने के लिए कंप्यूटर में हीडेन फाइल बनाकर हैकर्स लोगों को शिकार बनाते हैं।
ऐसे करें बचाव
बचाव के लिए अपने ब्राउजर को अपडेट करें। ये अपडेट है या नहीं इसे भी समय- समय पर चेक करें। गूगल क्रोम के 116.0.5846.187 और 116.0.5845.187/.188 को अपडेट करें। मोजिला फायरफॉक्स ESR 102.15.1, ESR 115.2.1 और 117.0.1 वर्जन को अपडेट करना न भूलें।