अगर आपको कोई कहे कि कुछ पैसे कमाने के लिए अपना बैंक अकाउंट इस्तेमाल करने दो तो सावधान हो जाइए। ये लालच आपको सीधे साइबर क्राइम के जाल में फंसा सकता है। देशभर में तेजी से बढ़ रहे ‘म्यूल अकाउंट’ अब सिर्फ गरीब या अनपढ़ लोगों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पढ़े-लिखे स्टूडेंट्स तक इस जाल में फंस रहे हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर की साइबर पुलिस ने 7200 फर्जी बैंक खातों का खुलासा किया और अंदाजा है कि ये संख्या 30,000 तक जा सकती है।
क्या होता है म्यूल अकाउंट?
‘म्यूल अकाउंट’ ठीक वैसे ही काम करता है जैसे कोई खच्चर सामान ढोता है। इसमें ठग किसी व्यक्ति का बैंक खाता इस्तेमाल करते हैं धोखाधड़ी से कमाई गई रकम को इधर-उधर भेजने के लिए। कई बार खाताधारक को इसकी जानकारी नहीं होती, लेकिन कुछ लोग जानबूझकर पैसे के बदले अपना खाता इस्तेमाल करने देते हैं जो बाद में खुद मुसीबत में फंस जाते हैं।
सच्ची घटनाएं जो सबक सिखाती हैं
एक इंजीनियरिंग छात्र को वर्क फ्रॉम होम के नाम पर झांसा दिया गया। पहले पैसे मांगे गए फिर दूसरी नौकरी दी गई जहां उसे अपने अकाउंट से ट्रांजेक्शन करने को कहा गया। वो रोज 3000 रुपये कमाने लगा, लेकिन कुछ ही दिनों में उसका बैंक अकाउंट साइबर पुलिस ने फ्रीज़ कर दिया। ऐसे ही एक और केस की बात करें तो हरियाणा के एक ग्रामीण व्यक्ति ने एक ठग को बैंक अकाउंट एक्सेस दे दिया जिसे ट्रेडिंग टिप्स के नाम पर फंसाया गया था। जब एक महिला ने ठगी की शिकायत की तो असली ठग की जगह वो ग्रामीण पकड़ में आ गया।
कैसे फंसते हैं लोग इस जाल में?
ठग अब टेलीग्राम चैनलों और सोशल मीडिया के जरिए संपर्क करते हैं। किसी को बिज़नेस असिस्टेंट बनाते हैं, किसी को ट्रेडिंग या एनएफटी के नाम पर फंसाते हैं। कई बार आधार या पैन कार्ड स्कीमों के नाम पर मांगा जाता है और फर्जी अकाउंट खुलवा दिए जाते हैं। पैसे की जरूरत और जानकारी की कमी लोगों को इस जाल में धकेल देती है।
किसे सजा मिलती है? असली ठग या खाता धारक?
अक्सर असली ठग तो पहचान से बाहर रहते हैं और जब धोखाधड़ी होती है तो पुलिस जिस अकाउंट में पैसे पहुंचे, उसी को पकड़ लेती है। खाता धारक को न सिर्फ गिरफ्तारी का खतरा होता है, बल्कि उसका बैंक खाता भी फ्रीज हो जाता है और जमा पैसे तक नहीं निकाल सकता।
कैसे बचें इस खतरे से?
- अपने बैंक, आधार और पैन की जानकारी किसी को न दें चाहे वो रिश्तेदार ही क्यों न हो।
- अनजान लोगों से पैसे न लें और न भेजें, वो पैसे धोखाधड़ी से कमाए जा सकते हैं।
- अगर शक हो कि आपका अकाउंट गलत इस्तेमाल हो रहा है तो तुरंत पुलिस और बैंक को बताएं।