International Women’s Day: ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर कई वीमेन सेंट्रिक फिल्में और सीरीज मौजूद हैं। बॉलीवुड में कई बार महिलाओं की वो छवि देखने को मिली है, जिसके आगे ना सिर्फ मर्दों ने अपना सिर झुकाया है, बल्कि बाकी औरतों ने भी उससे इंस्पिरेशन ली है। कई फिल्म और सीरीज में औरतों ने ऐसी लड़ाई लड़ी है, जिससे समाज में भी सुधार देखने को मिला। चलिए जानते हैं उन 5 फिल्मों और सीरीज के नाम, जिन्हें आप नेटफ्लिक्स पर देखते हुए विमेंस डे पर चिल कर सकते हैं।
Manju Mai gently empowers Phool with her life story. She tells her that abuse isn’t love, and learning how to be self-sufficient is the greatest gift you can give yourself. pic.twitter.com/F8LtkwrXw7
---विज्ञापन---— Netflix India (@NetflixIndia) March 7, 2025
Laapataa Ladies
‘लापता लेडीज’ में माजू मई ने कई लोगों को इंस्पायर किया है। एक ऐसा किरदार जो कहने को साइड रोल है, लेकिन सीख सबसे बड़ी देता है। अकेले रहने वाली ये दादी जब बताती है कि उसने अपने पति और बच्चों को भगा दिया, क्योंकि उन्हीं की कमाई पर पलकर वो लोग उन्हें ही पीटते थे और कहते थे जिसको प्यार करते हैं, उसे मारने का हक होता है, तो एक दिन उन्होंने भी हक जमा दिया। साथ ही उन्होंने ये भी अहसास दिलाया कि खुद के साथ खुशी से रहना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन एक बार ये सीख लिया, तो कोई तुम्हें तकलीफ नहीं पहुंचा सकता।
Bibbojaan fights for Heeramandi and its right to rebel. They are more than just courtesans, and their freedom is theirs to fight for. pic.twitter.com/QooW0jXzIk
— Netflix India (@NetflixIndia) March 7, 2025
Heeramandi
‘हीरामंडी’ कहने को तवायफों की कहानी थी, लेकिन इन तवायफों ने देश की आजादी में क्या योगदान दिया है, वो इस सीरीज के बाद ही लोगों को पता चला है। बिब्बोजान ने बताया है कि बगावत फितूर नहीं फर्ज है, जब मुल्क जल रहा हो तो महफिल सजाकर नहीं बैठा जाता। मुजरे वाली ने सभी को मुल्क वाली बनने पर मजबूर कर दिया। आजादी के लिए बिब्बोजान ने दिलों में ऐसी आग जलाई कि हीरामंडी ना तो अंग्रेजों और ना ही नवाबों की गुलाम बनी।
Saumya realises that the cycle of abuse will continue, the way it did with her mother – she will never be safe from Dhruv. But Shailee puts aside her rivalry to make sure that it ends with them, no matter what. pic.twitter.com/ESKlvjuWdK
— Netflix India (@NetflixIndia) March 7, 2025
Do Patti
दो जुड़वां बहनों की इस कहानी में डोमेस्टिक अब्यूज को दर्शाया गया है। मां की मौत के बाद सौम्या और शैली भले ही दुश्मन बन गए, लेकिन एक बहन अपनी दूसरी बहन के साथ वही सब दोहराते हुए देख नहीं पाई। इसके बाद हुकुम के इक्का के हारने के लिए दुक्के की दो पत्ती कैसे काफी होती है? वो इस फिल्म में दिखाया गया है।
Gangubai’s words are a declaration of strength. She lays down three unwavering truths for the women of Kathiawadi—reminding them that dignity is non-negotiable. No matter the world’s gaze, they must never settle for anything less than respect. pic.twitter.com/Gg9JVIoBE4
— Netflix India (@NetflixIndia) March 7, 2025
Gangubai Kathiawadi
‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ ताकत दर्शाती है। वो एक शक्ति है जो महिलाओं के लिए तीन सच बताती हैं। वो कहती है कि दुनिया उन्हें भले ही बेईमान कहे, लेकिन इस बेईमानी के काम को पूरी ईमानदारी के साथ करना है। दूसरी बात काम के बदले पैसा क्योंकि तरक्की तो उन्हें भी चाहिए। सबसे जरूरी बात इज्जत से जीने का और किसी से डरने नहीं। वो उन्हें याद दिलाती है कि गरिमा से समझौता नहीं किया जा सकता है। दुनिया की नजर चाहे जो भी हो, उन्हें कभी भी सम्मान से कम पर समझौता नहीं करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: IIFA अवॉर्ड्स के लिए Shah Rukh Khan पहुंचे राजस्थान, फैंस का उमड़ा सैलाब
Koyal’s fiery monologue comes from frustration with the unspoken ‘rules’ of being a woman. She says that society is a paradox – no matter what you do as a woman, you’ll be objectified, shamed or ridiculed. ‘Lying’ becomes your only option. pic.twitter.com/gIlrXLrL7J
— Netflix India (@NetflixIndia) March 7, 2025
Dhoom Dhaam
‘धूमधाम’ में यामी गौतम ने एक बिंदास लड़की का रोल प्ले किया है। उनका मोनोलॉग खूब वायरल हुआ है, जहां वो बताती हैं कि लड़की होना कितना मुश्किल होता है। पहले मां-बाप के रूल्स फॉलो करो और फिर पति के मां-बाप के। इस मोनोलॉग में महिलाओं की फ्रस्ट्रेशन साफ देखने को मिलती है और समझा जा सकता है कि वो कैसे घुट- घुटकर पूरी जिंदगी निकालती हैं।