उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) द्वारा यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025 से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है। बोर्ड के सचिव भगवती सिंह के अनुसार, कक्षा 10वीं और 12वीं का रिजल्ट पूरी तरह तैयार कर लिया गया है और इसे 25 अप्रैल 2025 के बाद किसी भी दिन घोषित किया जा सकता है। इस साल लगभग 54 लाख छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए हैं और अब वे बेसब्री से अपने परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। रिजल्ट घोषित होने पर छात्र UPMSP की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर जाकर अपना स्कोर चेक कर सकेंगे।
पास होने के लिए कितने अंक चाहिए?
यूपी बोर्ड ने परीक्षा में पास होने के लिए मिनिमम पासिंग मार्क्स तय कर रखे हैं, जिनका पालन करना सभी छात्रों के लिए जरूरी है। कक्षा 10वीं और 12वीं दोनों में ही हर विषय में कम से कम 33% अंक लाना अनिवार्य है। उदाहरण के लिए –
– अगर कोई पेपर 100 अंकों का है, तो उसमें 33 अंक लाने होंगे।
– 70 अंकों के थ्योरी पेपर जैसे Math या Science में पास होने के लिए 23 अंक जरूरी हैं।
– अगर किसी विषय में प्रैक्टिकल भी होता है, जैसे Science या Computer, तो थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में अलग-अलग 33% अंक लाने होंगे। यानी थ्योरी (70 में से 23) और प्रैक्टिकल (30 में से 10) – दोनों में पास होना जरूरी है।
UP बोर्ड का ग्रेडिंग सिस्टम क्या कहता है?
– यूपी बोर्ड में पास होने के लिए छात्रों को कम से कम D ग्रेड (33% या उससे अधिक) लाना होता है। प्रैक्टिकल वाले विषयों में E ग्रेड से ऊपर स्कोर करना आवश्यक है।
– कक्षा 10वीं में मैथ, साइंस, सोशल साइंस, इंग्लिश और एक भाषा विषय के कुल अंकों में 33% और हर विषय में अलग-अलग 33% अंक लाने होंगे।
– कक्षा 12 में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों को मिलाकर हर विषय में 33% अंक जरूरी हैं।
अगर परीक्षा में फेल हो जाएं तो क्या करें?
अगर कोई छात्र एक या एक से अधिक विषयों में फेल हो जाता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। उसके पास आगे बढ़ने के लिए कई रास्ते खुले होते हैं:
कंपार्टमेंट परीक्षा (Compartment Exam):
अगर छात्र एक या दो विषयों में फेल होता है तो वह कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकता है। यह परीक्षा मुख्य परीक्षा के कुछ महीनों बाद, यानी संभावित तौर पर जुलाई 2025 में करवाई जाएगी। कंपार्टमेंट परीक्षा का सिलेबस और पैटर्न वही होगा जो मुख्य परीक्षा का था। आवेदन की प्रक्रिया UPMSP की वेबसाइट पर ऑनलाइन की जाएगी।
री-इवैल्यूएशन (Re-Evaluation):
अगर छात्र को लगता है कि उसकी आंसर शीट सही तरीके से जांची नहीं गई है, तो वह री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन कर सकता है। इसके लिए निर्धारित शुल्क भरना होता है और यह आवेदन रिजल्ट जारी होने के कुछ दिन बाद किया जा सकता है। री-इवैल्यूएशन का रिजल्ट आमतौर पर एक सप्ताह के अंदर आता है।
सुधार परीक्षा (Improvement Exam):
जो छात्र पास तो हो चुके हैं लेकिन अपने अंकों में सुधार करना चाहते हैं, वे सुधार परीक्षा में बैठ सकते हैं। यह अवसर उन छात्रों के लिए भी होता है जो बेहतर कॉलेज या कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं।
तीन या उससे ज्यादा विषयों में फेल होने पर:
अगर छात्र तीन या उससे अधिक विषयों में फेल हो जाता है तो उसे अगले एकेडमिक सेशन में पूरी परीक्षा फिर से देनी होगी। हालांकि, कुछ स्थितियों में, खासकर कक्षा 10वीं के छात्रों के लिए, यह विकल्प भी हो सकता है कि वे सिर्फ उन्हीं तीन विषयों की परीक्षा दें जिनमें वे फेल हुए हैं।
जरूरी बातें – समय रहते लें एक्शन
– रिजल्ट आते ही फटाफट कंपार्टमेंट परीक्षा या री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन करें, क्योंकि इनकी समय सीमा सीमित होती है।
– कमजोर विषयों की फोकस्ड तैयारी करें, खासकर कंपार्टमेंट के लिए।
– किसी भी समस्या के लिए अपने स्कूल या यूपी बोर्ड कार्यालय से संपर्क करें।