(आशीष शर्मा): पंजाब के बरनाला जिले से संघर्ष, मेहनत और सपनों की उड़ान को साकार करती एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है। गांव फरवाही के सरकारी सैकंडरी स्कूल में पढ़ने वाली दिलप्रीत कौर, जो एक सफाई कर्मचारी की बेटी है, उन्होंने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 8वीं कक्षा की परीक्षा में राज्य भर में 12वां और जिले में पहला स्थान हासिल किया है।
दिलप्रीत के पिता जगदेव सिंह उसी स्कूल में सफाईकर्मी के रूप में कार्यरत हैं, जहां उनकी बेटी पढ़ाई करती है। आज उनके लिए यह गर्व और खुशी का क्षण है कि उनकी बेटी ने पूरे जिले में टॉप कर उनका सिर ऊंचा कर दिया है।
10 घंटे की पढ़ाई और दृढ़ निश्चय बना सफलता की कुंजी
दिलप्रीत ने बताया कि वह रोजाना 10 घंटे पढ़ाई करती थी, और इसी अनुशासन और मेहनत ने उसे यह मुकाम दिलाया है। उसका सपना पायलट बनने का है, और वह अपने लक्ष्य को लेकर बेहद स्पष्ट और प्रेरित है।
स्कूल और अध्यापकों को दिया सफलता का श्रेय
अपनी सफलता का श्रेय दिलप्रीत ने अपने स्कूल के शिक्षकों को दिया है। उसका परिवार भी इस उपलब्धि के लिए स्कूल के सहयोग और शिक्षकों की मेहनत को अहम मानता है। दिलप्रीत की इस सफलता से उसके स्कूल में उत्सव का माहौल है।
सरकारी स्कूल की शिक्षा पर भरोसा बढ़ा
गर्व के साथ स्कूल की प्रिंसिपल निदा अल्ताफ ने कहा, “हमारा सरकारी स्कूल किसी भी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं हैं। ये स्कूल आज भी बच्चों को मेरिट लिस्ट में ला सकते हैं, बशर्ते उनके भीतर सीखने की ललक और मेहनत हो।”
भावुक हुए पिता, बोले- बेटी के सपनों को देंगे पंख
बेटी की इस उपलब्धि पर पिता जगदेव सिंह भावुक हो उठे। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी ने जो कर दिखाया है, उससे मेरी खुशी का ठिकाना नहीं। मैं उसकी हर इच्छा पूरी करूंगा, ताकि वह अपने सपनों की उड़ान भर सके।”