हिमांशु गौरव सिंह बचपन से ही मैथ्स के प्रति बहुत आकर्षित थे। उन्हें कठिन सवालों को हल करने में खुशी मिलती थी। उनके मैथ्स टीचर भी उनके इस शौक को बढ़ावा देते थे और सरल तरीके से पढ़ाते थे, जिससे हिमांशु की रुचि और गहरी होती गई।
उनका बचपन का सपना था कि वह आईआईटी (IIT) में पढ़ाई करें। इस सपने को सच करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई की। गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हिमांशु ने अपने शहर के एक प्राइवेट स्कूल से पढ़ाई पूरी की और 2019 में JEE Main परीक्षा दी, जिसमें उन्होंने 100 पर्सेंटाइल स्कोर किया – यानी उन्होंने पूरे देश में टॉप कर दिखाया।
JEE Mains में 100 पर्सेंटाइल और JEE Advanced में AIR 2
हिमांशु ने JEE Main में 100 पर्सेंटाइल के साथ ऑल इंडिया रैंक (AIR) 14 हासिल की, और JEE Advanced में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए देशभर में दूसरी रैंक (AIR 2) पाई। उनके पिता लव कुश सिंह, एक सरकारी पॉलीटेक्निक कॉलेज में शिक्षक हैं, और मां रूपा सिंह गृहिणी हैं। उनके माता-पिता ने हमेशा पढ़ाई का सही माहौल दिया, जिससे हिमांशु बिना किसी बाधा के पूरी लगन से तैयारी कर सके।
IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग के बाद अमेरिका का सफर
हिमांशु ने IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने कई कंपनियों में – NK Securities Research में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग इंटर्न और Tower Research Capital में क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग इंटर्न के रूप में काम किया।
अब कर रहे हैं AI में PhD – यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में
2023 में हिमांशु ने अपनी पढ़ाई को एक नया मोड़ दिया और अमेरिका के प्रतिष्ठित संस्थान University of California, Berkeley में PhD प्रोग्राम में दाखिला लिया। अब वह सेकेंड ईयर के छात्र हैं और Berkeley AI Research टीम के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर रिसर्च कर रहे हैं।
उनका काम एडवांस्ड तकनीकों और नए-नए प्रयोगों पर केंद्रित है, जिससे वह इस तेजी से बदलती दुनिया में AI के क्षेत्र में अहम योगदान दे रहे हैं। हिमांशु की कहानी यह साबित करती है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत ईमानदारी से की जाए, तो सफलता जरूर मिलती है।