Adani Vidya Mandir: “न कोई फ़ीस! न कोई सीमा!” यह सिर्फ एक नारा नहीं है, बल्कि एक सपना है जिसे अडाणी विद्या मन्दिर, अहमदाबाद ने साकार कर दिखाया है। कहा जाता है कि कुछ बच्चों के पास जीवन में कम मौके होते हैं। लेकिन जब वे बच्चे ज्यादा मेहनत करते हैं और बड़े सपने देखते हैं, तो वे सब कुछ हासिल कर सकते हैं। इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है अहमदाबाद का अडाणी विद्या मन्दिर, जिसे हाल ही में भारत के टॉप स्कूलों में स्थान मिला है।
100% स्टूडेंट हुए पास
साल 2025 के CBSE बोर्ड परीक्षा में स्कूल ने 100% परिणाम हासिल करके यह साबित कर दिया कि मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से हर छात्र सफलता प्राप्त कर सकता है। हर एक विद्यार्थी ने परीक्षा में पास होकर अपने माता-पिता, शिक्षकों और पूरे स्कूल का नाम रोशन किया है। कई विद्यार्थियों ने 90% से ऊपर अंक प्राप्त किए, जिससे स्कूल का गौरव और भी बढ़ गया।
टीचर्स और स्टाफ का रहा सबसे बड़ा रोल
इस शानदार सफलता के पीछे सबसे बड़ा योगदान स्कूल के समर्पित शिक्षकों और स्टाफ का है। उन्होंने बिना रुके, बिना थके बच्चों का मार्गदर्शन किया, उन्हें हर कदम पर सहारा दिया और उनके सपनों को पंख दिए। माता-पिता का कहना है कि वे उन सभी शिक्षकों के आभारी हैं, जिन्होंने यह साबित किया कि अगर सही अवसर दिया जाए, तो कोई भी बच्चा पीछे नहीं रह सकता।
फ्री में मिलती है शिक्षा
अडाणी विद्या मन्दिर सिर्फ एक स्कूल नहीं है, यह एक संघर्ष से सफलता की यात्रा है। यहां न कोई फीस ली जाती है और न ही बच्चों के सपनों पर कोई सीमा लगाई जाती है। यही वजह है कि जब विश्वास और अवसर मिलते हैं, तो सच में जादू होता है।
दरअसल, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं और 12वीं के परिणाम घोषित कर दिए हैं, जिनमें क्रमशः 93.66% और 88.39% छात्र पास हुए हैं। इस साल भी लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया और त्रिवेंद्रम और विजयवाड़ा जैसे दक्षिणी क्षेत्रों ने दोनों बोर्ड परीक्षा परिणाम में टॉप रैंक हासिल की। विदेशी स्कूलों और CWSN उम्मीदवारों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जबकि 3 लाख से अधिक छात्रों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त किए। इसके बावजूद, काफी संख्या में सफल होने के बावजूद, कक्षा 10वीं में 1.4 लाख से अधिक छात्रों को कम्पार्टमेंट कैटेगरी में रखा गया।