आईपीएल के सीजन में सोना अपनी पहले वाली फॉर्म में आ गया है। कुछ दिनों तक डिफेंसिव खेल दिखाने के बाद गोल्ड ताबड़तोड़ शॉट लगा रहा है। 14 अप्रैल से भारत में शादियों का सीजन शुरू हो रहा है, ऐसे में सोने की चमक में और निखार की संभावना जताई जा रही है। यानी सोना और महंगा हो सकता है। शादियों के मौसम में गोल्ड की डिमांड बढ़ जाती है, और जब डिमांड बढ़ती है तो कीमतों का चढ़ना लाजमी है।
अभी क्या है भाव?
सोने की कीमत 95 हजार प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को पार कर गई है। गुड रिटर्न्स के अनुसार, 24 कैरेट वाला 10 ग्राम सोना 95,410 रुपये के भाव पर मिल रहा है। हाल के दिनों में सोने ने एक दिन में 2000 रुपये से अधिक की छलांग लगाई है। यदि ऐसा ही प्रदर्शन जारी रहता है, तो गोल्ड जल्द ही 1 लाख के आंकड़े को भी पार कर सकता है। चूंकि शादियों के सीजन में डिमांड बढ़ने से सोना अपेक्षाकृत महंगा हो जाता है, इसलिए 1 लाख वाली बात सही भी साबित हो सकती है।
तेजी का विश्वास
हालांकि, सोने के 1 लाख का आंकड़ा छूने को लेकर विशेषज्ञों की राय अलग-अलग है। कुछ का मानना है कि केंद्रीय बैंकों की गोल्ड खरीदारी और ट्रंप की टैरिफ से उपजी वैश्विक अनिश्चितता सोने की कीमतों को समर्थन दे रही है। ऐसे में यदि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल दो बार ब्याज दरों में कटौती करता है, तो सोना के 1 लाख रुपये का आंकड़ा पार कर सकता है। बता दें कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने पिछली बैठक में ब्याज दरों में कटौती नहीं की थी, लेकिन यह संकेत दिया था कि इस साल दो कटौती हो सकती हैं।
गिरावट की आशंका
दूसरी तरफ कुछ कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि गोल्ड की कीमतों में मौजूदा तेजी अस्थायी है और यह 30-40% तक नीचे जा सकता है। मॉर्निंगस्टार के मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट जॉन मिल्स के अनुसार, सोने की कीमतों में अगले कुछ सालों में गिरावट आ सकती है। सोना गिरकर 1,820 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है, मौजूदा 3,080 डॉलर प्रति औंस से लगभग 38-40% की गिरावट होगी। इस हिसाब से देखें तो भारत में सोने की कीमतों में करीब 40,000 रुपये की कमी आ सकती है।
क्या करें निवेशक?
मौजूदा समय अनिश्चितता से भरा हुआ है, इसलिए सटीक तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता कि गोल्ड को लेकर किसका अनुमान सहित साबित होगा। सोना एक लाख के आंकड़े को पार भी कर सकता है और रिकॉर्ड ऊंचाई से नीचे भी गिर सकता है। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौजूदा स्तर पर थोड़ी प्रॉफिट बुकिंग अच्छी रणनीति होगी। जिन निवेशकों के पास पहले से ही अच्छी मात्रा में सोना है, वह कुछ हिस्सा बेचकर प्रॉफिट कमा सकते हैं और आगे गिरावट पर खरीदारी कर सकते हैं।
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