शेयर मार्केट आज भी गिरावट के साथ बंद हुआ है। मार्केट खुलने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर पहुंच गए। दिन चढ़ने के साथ गिरावट चौड़ी होती चली गई, लेकिन आखिरी घंटे में बाजार कुछ हद तक संभलने में कामयाब रहा। क्लोजिंग बेल बजने पर BSE सेंसेक्स करीब 1100 अंकों की गिरावट से 588.90 पॉइंट्स के नुकसान पर पहुंच गया। वहीं, NSE निफ्टी में 207.35 अंकों की नरमी दर्ज हुई। इससे पहले, 23 अप्रैल को भी मार्केट गिरावट के साथ बंद हुआ था। इस तरह लगातार दो सत्रों से बाजार लाल है।
ऐसा रहा मार्केट का हाल
भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहा तनाव मार्केट में गिरावट की असली वजह है। लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) की टेंशन ने बाजार को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। BSE पर लिस्टेड अधिकांश शेयर आज लाल निशान पर रहे। NSE पर भी ऐसा ही माहौल रहा। BSE पर केवल टेक महिंद्रा, TCS, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंफोसिस, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर हल्की बढ़त हासिल करने में कामयाब रहे। वहीं, रिलायंस, HDFC बैंक और ITC जैसी दिग्गज कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा।
हर तरफ दिखी लाली
निफ्टी बैंक इंडेक्स में आज एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। निफ्टी मीडिया 3% से ज्यादा और निफ्टी रियलिटी करीब तीन प्रतिशत नुकसान में रहे। इसी तरह, बाकी इंडेक्स भी आज दबाव में कारोबार करते दिखाई दिए। बैंकिंग सेक्टर में सबसे बड़ी गिरावट एक्सिस बैंक के शेयरों में आई। SBI, PNB और यूनियन बैंक सहित PSU बैंक स्टॉक्स भी नुकसान में रहे। मार्केट की शुरुआती गिरावट में ही निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपये डूब गए थे।
आगे का अनुमान?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्केट में गिरावट की प्रमुख वजह LOC पर बढ़ती टेंशन है। इसके अलावा, निवेशकों ने मुनाफावसूली भी की है, जिससे मार्केट पर दबाव बढ़ा है। मौजूदा दो सत्रों की गिरावट से पहले बाजार लगातार सात सत्रों तक उछाल में रहा था। इससे निवेशकों के पोर्टफोलियो में मजबूती आई। अब जब भारत-पाकिस्तान तनाव से बाजार के आगे भी प्रभावित होने की आशंका है, तो निवेशक बिकवाली करके मुनाफा कमा रहे हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, अभी अगले कुछ दिनों तक बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। शनिवार और रविवार को मार्केट में साप्ताहिक अवकाश रहता है। अगर इन दो दोनों में तनाव घटने के संकेत मिलते हैं, तो सोमवार को बाजार में तेजी आ सकती है। अन्यथा दबाव बना रहेगा।
क्या करें निवेशक?
बाजार विशेषज्ञों की सलाह है कि इस समय किसी बड़े निवेश से बचना चाहिए। अगले कुछ दिन बाजार की दिशा तय करेंगे। यदि भारत सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कोई बड़ी कार्रवाई करता है, तो फिर मार्केट के लिए स्थिति नाजुक हो सकती है। इसलिए मौजूदा हालात में बेहतर रणनीति वेट एंड वॉच है। ऐसे स्टॉक्स में कुछ निवेश जरूर किया जा सकता है, जिनके फंडामेंटल मजबूत हैं। लेकिन बड़े निवेश से बचना बेहतर रहेगा।
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