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एक जैसे पर एक नहीं: ट्रेडिशनल क्रिप्टोकरेंसी से किस तरह अलग है रिलायंस JioCoin?

Mukesh Ambani Reliance Jio: जब से मुकेश अंबानी की रिलायंस के अपना टोकन लॉन्च करने की खबर सामने आई है, इसे लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इसे बिटकॉइन के भारतीय जवाब के रूप में भी देखा जा रहा है।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Feb 10, 2025 16:08
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Reliance Jio Coin: रिलायंस जियो ने इंटरनेट टेक्नोलॉजी कंपनी पॉलीगॉन लैब्स के साथ साझेदारी में हाल ही में JioCoin लॉन्च किया था। इस कॉइन को क्रिप्टो मार्केट में रिलायंस की एंट्री के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, कंपनी ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान अब तक जारी नहीं किया है। इस पार्टनरशिप का उद्देश्य भारत में वेब 3 और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को लाना है।

इस तरह मिलेगा फायदा

रिलायंस के FAQ सेक्शन में कहा गया है कि JioCoins ब्लॉकचेन-आधारित रिवॉर्ड टोकन है, जिसे उपयोगकर्ता अपने भारतीय मोबाइल नंबरों का उपयोग करके जियो प्लेटफॉर्म लिमिटेड (JPL) द्वारा तय किए गए विभिन्न मोबाइल या इंटरनेट बेस्ड ऐप से जुड़कर कमा सकते हैं। कॉइनDCX की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे-जैसे भारत ब्लॉकचेन तकनीक को अपनाता है, यह कॉइन फाइनेशियल एक्सेस बढ़ा सकता है और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकता है।

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बढ़ेगा क्रिप्टो में निवेश

कॉइनDCX के अनुसार, जियो कॉइन रिलायंस इंडस्ट्रीज का सबसे नया प्रोजेक्ट है, जो ब्लॉकचेन तकनीक को भारत में लेकर आ रहा है। इस वर्चुअल कॉइन के लॉन्च होने से भारत में ज्यादा से ज्यादा लोग क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित होंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि जियोकॉइन की आधिकारिक कीमत अब तक सामने नहीं आई है, लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि इसकी कीमत लगभग 43 रुपये ($0.50) प्रति टोकन हो सकती है।

इस तरह है अंतर

जियो कॉइन और क्रिप्टोकरेंसी में कुछ समानताएं हैं, लेकिन यह क्रिप्टो की ट्रेडिशनल परिभाषा में फिट नहीं बैठता। बिटकॉइन या एथेरियम जैसी पारंपरिक क्रिप्टोकरेंसी के बजाए जियोकॉइन एक रिवॉर्ड प्रोग्राम या डिजिटल लॉयल्टी पॉइंट्स जैसा है। जियोकॉइन एक इंसेंटिव बेस्ड प्रोग्राम है, जो जियो इकोसिस्टम में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए यूजर्स को रिवॉर्ड देने के लिए डिजाइन किया गया है।

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कस्टमर रिटेंशन इंस्ट्रूमेंट

बिटकॉइन और दूसरे विकेंद्रीकृत टोकन, जो इन्वेस्टमेंट एसेट के रूप में ओपन ब्लॉकचेन नेटवर्क पर काम करते हैं, के विपरीत जियोकॉइन एक कस्टमर रिटेंशन इंस्ट्रूमेंट के रूप में कार्य करता है। इसके तहत यूजर्स को रिलायंस की सेवाओं से जुड़ने के लिए पुरस्कृत किया जाता है। जैसे कि कोई प्रोडक्ट खरीदना, मूवी स्ट्रीम करना या ऑनलाइन शॉपिंग करना आदि। क्रिप्टोकरेंसी की बात करें, तो यह स्वतंत्र रूप से संचालित होती हैं और सरकार का उस पर कोई नियंत्रण नहीं होता।

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News24 हिंदी

First published on: Feb 10, 2025 04:08 PM

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