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आयुर्वेद पर विश्वास करने वालों का सहारा बना पतंजलि, जानें भारत और दुनिया में कैसे विस्तार?

आयुर्वेद अब सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में मशहूर हो रहा है। बाबा रामदेव की पतंजलि ने इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। यह ब्रांड प्राकृतिक उत्पादों और सेहतमंद जीवनशैली को बढ़ावा दे रहा है और भारतीय पारंपरिक चिकित्सा को पूरी दुनिया में फैला रहा है।

Author Edited By : Ashutosh Ojha Updated: Mar 27, 2025 14:56
Patanjali Ayurveda
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क्या हमारे पारंपरिक आयुर्वेदिक ज्ञान को दुनिया भर में फैलाने का सपना सच हो सकता है? बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने इस सपने को साकार करने की दिशा में एक लंबी छलांग लगाई है। भारतीय संस्कृति और प्राकृतिक चिकित्सा पर विश्वास रखने वाले लाखों लोग आज पतंजलि के प्रोडक्ट का उपयोग कर रहे हैं। यह सिर्फ एक कंपनी नहीं बल्कि एक आंदोलन बन चुका है जो केमिकल से भरे प्रोडक्ट के बजाय प्राकृतिक जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दे रहा है। अब पतंजलि ने अपने विस्तार की रफ्तार और तेज कर दी है जिससे किसानों से लेकर आम लोगों तक सबका भविष्य उज्जवल हो सके।

पतंजलि भारत और दुनिया में कैसे बढ़ा रहा है आयुर्वेद का विस्तार

योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा शुरू की गई पतंजलि आयुर्वेद सेहत और अच्छे जीवन के लिए काम कर रही है। यह कंपनी खाने-पीने की चीजों, दवाओं, शरीर की देखभाल, हर्बल उत्पादों और किताबों जैसी कई चीजें बनाती है। पतंजलि कहती है कि उसके सभी उत्पाद प्राकृतिक और जैविक होते हैं जो केमिकल वाले सामान से ज्यादा सुरक्षित और पारंपरिक हैं। भारतीय लोगों को इसके प्रोडक्ट पसंद आते हैं क्योंकि ये अच्छे और असरदार होते हैं। साथ ही, ये सस्ते और आसानी से मिलने वाले हैं, इसलिए पतंजलि के प्रोडक्ट भारत के कई घरों में इस्तेमाल किए जाते हैं।

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बाजार रणनीति और विस्तार

पतंजलि ने अपने डिजिटल मार्केटिंग अभियानों, सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के माध्यम से अपनी पहुंच को मजबूत किया है। कंपनी ने एक सशक्त वितरण प्रणाली विकसित की है और विभिन्न व्यावसायिक साझेदारियों के माध्यम से ग्राहकों का एक बड़ा नेटवर्क बनाया है। कंपनी का ध्यान आयुर्वेद पर केंद्रित है, जिसने प्राकृतिक और पारंपरिक चिकित्सा के प्रति झुकाव रखने वाले उपभोक्ताओं को आकर्षित किया है। इसके अलावा, पतंजलि ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कदम रखा है और अपने “प्राकृतिक और सुरक्षित” आयुर्वेदिक उत्पादों का निर्यात कर रहा है। यह वैश्विक स्तर पर भारतीय पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जिससे प्राकृतिक स्वास्थ्य देखभाल को आधुनिक जीवनशैली का एक हिस्सा बनाने की प्रेरणा मिल रही है।

महाराष्ट्र में नया फूड और हर्बल पार्क

पतंजलि ने हाल ही में महाराष्ट्र के नागपुर में एक बड़ा फूड और हर्बल पार्क शुरू किया है, जिसका मकसद किसानों की आमदनी बढ़ाना है। इस प्रोजेक्ट में पहले 700 करोड़ रुपये लगाए गए हैं और आगे चलकर कंपनी 1,500 करोड़ रुपये और निवेश करने की योजना बना रही है। इस नए प्लांट से पतंजलि सीधे किसानों से सामान खरीदेगा जिससे उन्हें अच्छा बाजार और ज्यादा कमाई का मौका मिलेगा। यह हर्बल पार्क ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देगा और प्राकृतिक प्रोडक्ट्स की बढ़ती जरूरत को पूरा करने में मदद करेगा।

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बड़े नेताओं की मौजूदगी में उद्घाटन

यह नया प्लांट 10 मार्च को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में शुरू किया गया। इस मौके पर गडकरी ने इस पहल की तारीफ की और कहा कि यह विदर्भ के किसानों के लिए एक बड़ा मौका है। उन्होंने बताया कि ऐसे प्रोजेक्ट किसानों की आमदनी बढ़ाने के साथ-साथ खेती के नए रास्ते भी खोलेंगे। पतंजलि की इस कोशिश से भारत में ऑर्गेनिक और प्राकृतिक प्रोडक्ट्स का उत्पादन और इस्तेमाल बढ़ेगा, जिससे आयुर्वेदिक उद्योग और मजबूत होगा।

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Edited By

Ashutosh Ojha

First published on: Mar 27, 2025 02:34 PM

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