---विज्ञापन---

मिलिए अमेरिका के Steve Adcock से, केवल 35 साल की उम्र में 1 मिलियन डॉलर की सेविंग के साथ रिटायर भी हो गए

Steve Adcock: अमेरिकी निवासी स्टीव एडकॉक (Steve Adcock) को मिलियनेयर हैबिट्स (Millionaire Habits) नामक अपने मनी-सेविंग Newsletter से जाना जाता है। उन्होंने इसी नाम से एक किताब भी लिखी है। उन्होंने 2016 में भी सुर्खियां बटोरीं, जब 35 साल की उम्र में उन्होंने एक मिलियन डॉलर (भारतीय रुपये में लगभग 8 करोड़ रुपये) की सेविंग […]

Edited By : Nitin Arora | Updated: Aug 4, 2023 18:47
Share :
steve adcock

Steve Adcock: अमेरिकी निवासी स्टीव एडकॉक (Steve Adcock) को मिलियनेयर हैबिट्स (Millionaire Habits) नामक अपने मनी-सेविंग Newsletter से जाना जाता है। उन्होंने इसी नाम से एक किताब भी लिखी है। उन्होंने 2016 में भी सुर्खियां बटोरीं, जब 35 साल की उम्र में उन्होंने एक मिलियन डॉलर (भारतीय रुपये में लगभग 8 करोड़ रुपये) की सेविंग करके रिटायरमेंट ले लिया।

स्टीव ने एक साक्षात्कार में इस बात पर जोर दिया कि स्मार्ट मनी मैनेजमेंट अत्यधिक फर्गल होने से अलग है, और वह अपनी सफल वित्तीय यात्रा का श्रेय व्यावहारिक और थ्रिफ्टी जीवनशैली को अपनाने को देते हैं। ख़र्चों को कम करना आसान लग सकता है, लेकिन स्टीव इससे आने वाली चुनौतियों के बारे में बात करते हैं।

CNBC की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि स्टीव को स्पोर्ट्स चैनल देखना बहुत पसंद था। अपनी सेवानिवृत्ति योजना के रूप में, उन्होंने अपनी घरेलू केबल सेवा बंद करने का निर्णय लिया। हैरानी की बात यह है कि वह अब खेल चैनलों के बिना भी संतुष्ट रहते हैं। इससे वह यह दिखाते हुए कि कैसे परिप्रेक्ष्य में बदलाव से अधिक संतुष्टिदायक जीवनशैली हासिल की जा सकती है।

स्टीव ने अपने newsletter में वित्तीय प्रबंधन और धन-बचत तरीकों पर अपनी सलाह साझा की। आइए इन पर एक नजर डालते हैं।

अनावश्यक चीज़ों पर पैसा बर्बाद न करें

खर्च करने के बारे में स्टीव की सलाह है कि संतुलित दृष्टिकोण होना चाहिए। वे महत्वपूर्ण चीज़ों पर पैसा खर्च करने के महत्व को स्वीकार करते हैं, मगर अनावश्यक चीज़ों पर पैसा बर्बाद करने के प्रति आगाह किया है।

वह जल्दी सेवानिवृत्ति के लिए बजट बनाने के मूल्य पर बात करते हुए कहते हैं कि फर्गालिटी और आनंद के बीच सामंजस्यपूर्ण संतुलन होना चाहिए। स्टीव कहते हैं कि वह जीतने की संभावनाओं को देखते हुए जुआ करते हुए लॉटरी की टिकट नहीं खरीदेंगे।

वह स्वीकार करते हैं कि न खेलने से जीत की कोई गारंटी नहीं है, फिर भी खेलने से जीतने की संभावना अभी भी कम है। इसमें पैसों की अत्याधिक बर्बादी है।

इन पॉइंट पर दें ध्यान

स्टीव एक्सटेंटेड वारंटी पर पैसा खर्च करने से बचते हैं। कंपनी गारंटी देती है कि उसके उत्पाद एक निश्चित अवधि तक बिना किसी समस्या के काम करेंगे। एक्सटेंटेड वारंटी में आमतौर पर कई नियम होते हैं जो सहायक उपकरण को अच्छी तरह से कवर नहीं करते हैं। इसका मतलब यह हो सकता है कि आपको एक्सटेंटेड वारंटी के लिए भुगतान करना होगा और फिर बाद में मरम्मत के लिए भी भुगतान करना होगा।

खर्च करने के लिए स्टीव के मुख्य दृष्टिकोण में सबसे सस्ती या सबसे महंगी वस्तुओं से बचना शामिल है। इसके बजाय, वह गहन जानकारी हासिल करते हैं और ऐसी वस्तुएं खरीदते हैं जो उनकी ज़रूरतों को पूरा करती हैं और अच्छी तरह से काम करती हैं। इसका मतलब है कि खरीदारी करते समय वह किसी वस्तु की कीमत या ब्रांड प्रतिष्ठा से अधिक उसकी उपयोगिता को प्राथमिकता देते हैं।

First published on: Aug 04, 2023 06:47 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें