Personal Finance: रिटायरमेंट में ‘अच्छे दिन’ वाली फीलिंग के लिए लोग पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करते हैं। पोस्ट ऑफिस या बैंक में महज 500 रुपये के न्यूनतम निवेश के साथ PPF अकाउंट खोला जा सकता है। जबकि अधिकतम निवेश सीमा सालाना 1.5 लाख रुपये है। इसमें निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स डिडक्शन का लाभ भी मिलता है।
मिलता है टैक्स बेनिफिट
PPF खाते को एक्टिव रखने के लिए आपको साल में कम से कम 500 रुपये जमा करने होंगे। इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है, लेकिन इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। जब आप पीपीएफ में निवेश करते हैं, तो 1.5 लाख रुपये तक की जमा राशि पर टैक्स बेनिफिट का दावा कर सकते हैं। साथ ही, आपको मिलने वाला ब्याज और अंतिम राशि पूरी तरह से टैक्स फ्री होती है। आइए जानते हैं PPF से प्रति वर्ष 7 लाख रुपये से अधिक की कर-मुक्त आय कैसे हासिल की जा सकती है।
15 साल में इतना होगा निवेश
पीपीएफ से सालाना 7 लाख रुपये से अधिक की इनकम के लिए हर वित्तीय वर्ष में 1.50 लाख रुपये के निवेश से शुरुआत करनी होगी और इसे 15 साल की मैच्योरिटी अवधि के बाद भी जारी रखना होगा। ब्याज का अधिकतम लाभ पाने के लिए निवेश हर वित्तीय वर्ष में 1-5 अप्रैल के बीच किया जाना चाहिए। 15 साल में निवेश की राशि 22,50,000 रुपये होगी, अनुमानित ब्याज 18,18,209 रुपये होगा और अनुमानित मैच्योरिटी 40,68,209 रुपये होगी।
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इस तरह बढ़ेगा पैसा
इसी तरह, 20 साल में कुल निवेश 30,00,000 रुपये हो जाएगा। अनुमानित ब्याज 36,58,288 रुपये और अनुमानित फंड 66,58,288 रुपये होगा। अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक और एक्सटेंशन लेना होगा यानी निवेश 20 साल के बाद भी जारी रहना चाहिए। 24 सालों में हम देखेंगे कि कुल निवेश 36,00,000 रुपये, अनुमानित ब्याज 58,74,664 रुपये और अनुमानित फंड 94,74,664 रुपये हो गया है।
फाइनल कैलकुलेशन
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि 15 साल बाद, आप अपने पूरे निवेश पर अर्जित ब्याज को निकालना शुरू कर सकते हैं। अगर आप एक्सटेंशन लेते हैं यानी अपना खाता आगे बढ़ाते रहते हैं, तो आप हर साल एक बार ब्याज राशि निकाल सकते हैं। 7.1 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से आपका सालाना ब्याज करीब 7,89,555 रुपये होगा।