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Gautam Adani ने बच्चों को दिया सफलता का मंत्र, मतलब भी समझाया

Adani Shares Success Mantra to Students: गौतम अदाणी ने कहा कि भविष्य सबसे प्रतिभाशाली या सबसे मजबूत लोगों का नहीं है। यह उन लोगों का है जो सीखने के लिए तैयार हैं।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Jan 20, 2025 16:41
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Gautam Adani at Adani International School: अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने अहमदाबाद में ‘अदाणी इंटरनेशनल स्कूल’ में अपने संबोधन के दौरान बच्चों को सफलता का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि सपने अमीरों का विशेषाधिकार नहीं हैं, वे उन लोगों का पुरस्कार हैं जो विश्वास करने और कड़ी मेहनत का साहस करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे बचपन का भारत आज के भारत से बहुत अलग था। पहले, अवसर बहुत कम थे और महत्वाकांक्षा के पास उड़ान भरने के लिए रनवे नहीं थे। हालांकि, अब मैं जिस भारत को देख रहा हूं, वह रनवे से भरा हुआ है।

आप भारत के पंख

गौतम अदाणी ने बच्चों से कहा कि आप भारत के वैश्विक राजदूत बनने की राह पर हैं। आप वो पंख हैं जो भारत को ऊपर उठाएंगे। आप उस पीढ़ी का हिस्सा हैं जिसमें इससे पहले आई किसी भी पीढ़ी से ज्यादा संभावनाएं हैं। आप भारत को दुनिया के सामने ले जाएंगे और दुनिया को भारत लाएंगे। मेरे युवा मित्रों, इस नए भारत में शिक्षा ही आपकी अलग पहचान बनाने का सबसे बड़ा आधार है।

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असफलता से न डरें

उन्होंने कहा कि असफलता और बाधाएं आपकी परीक्षा लेंगी, लेकिन आपको कमजोर नहीं पड़ना है। साधारण और असाधारण सफलता के बीच एकमात्र अंतर है लचीलापन – गिरने के बाद उठने का साहस। मैं इसे अच्छी तरह से समझता हूं। क्योंकि, जब मैंने अपनी यात्रा शुरू की, तो मेरे पास कोई रोडमैप, संसाधन या कनेक्शन नहीं थे। मेरे पास बस एक सपना था- कुछ सार्थक बनाने का सपना, कुछ ऐसा जो मेरे खुद के आत्मविश्वास को बढ़ाने में योगदान दे सके। मैं हर एक दिन इसका सपना देखता था। और आज जब मैं पीछे देखता हूं, तो मैं कह सकता हूं कि सपने अमीरों का विशेषाधिकार नहीं हैं। वे उन लोगों का पुरस्कार हैं जो विश्वास करने और अथक परिश्रम करने का साहस करते हैं।

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भारत की भावना रखें जागृत

गौतम अदाणी ने कार्यक्रम में मौजूद बच्चों के पैरेंट्स से कहा कि आपके बच्चे को सिर्फ आपकी संपत्ति ही नहीं मिलती, उन्हें आपके मूल्य मिलते हैं। उन्हें लचीलापन, सहानुभूति और दूसरों की सेवा करने की क्षमता से लैस करें। उन्हें खोज करने, नवाचार करने, सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करें। लेकिन उन्हें जड़ें भी दें ताकि वे कभी भी उस मिट्टी को न भूलें जिससे वे आए हैं। वे जीवन में जहां भी जाएं, भारत की भावना को अपने साथ लेकर चलें।

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सफलता व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं

अदाणी ने आगे कहा कि बच्चों को सिखाएं कि सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों के बारे में नहीं है, यह दूसरों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने के बारे में है। पेरेंटिंग का मतलब सिर्फ अपने बच्चे के भविष्य को आकार देना नहीं है। इसका मतलब है उन्हें भारत के भविष्य को आकार देने के लिए प्रेरित करना।

जीवन के लिए करें तैयार

अदाणी समूह के चेयरमैन ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सपनों के निर्माता हैं। आपके द्वारा सिखाया गया हर पाठ, आपके द्वारा दिया गया प्रोत्साहन का हर शब्द जीवन की दिशा को आकार देता है। आज की तेजी से बदलती दुनिया में आपकी भूमिका पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। आप वह दिशासूचक हैं जो इन युवाओं को आशा और उद्देश्य से भरे भविष्य की ओर ले जाते हैं। मेरा हमेशा से मानना ​​रहा है कि एक महान शिक्षक छात्रों को सिर्फ परीक्षाओं के लिए तैयार नहीं करता। वे उन्हें जीवन के लिए तैयार करता है।

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निरंतर सपने देखें

उन्होंने छात्रों से कहा कि किसी भी क्लासरूम की दीवारों को अपने सपनों की सीमा निर्धारित न करने दें। क्लासरूम को अपनी आकांक्षाओं के लिए लॉन्चपैड बनने दें। ज्ञान को लेवल हासिल ही न करें, इसे अपनी कल्पना को प्रज्वलित करने दें और अपनी महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाएं। निरंतर सपने देखें, खुद को छोटी-छोटी महत्वाकांक्षाओं तक सीमित न रखें। आपके पास जिज्ञासा, प्रयोग करने की ऊर्जा और जोखिम उठाने का साहस है। भविष्य उनका है जो साहस दिखाते हैं।

लगातार सीखते रहें

अदाणी ने आगे कहा कि लगातार सीखते रहें। भविष्य सबसे प्रतिभाशाली या सबसे मजबूत लोगों का नहीं है। यह उन लोगों का है जो सीखने के लिए तैयार हैं। सीखने की आपकी गति ही आपको अलग पहचान दिलाएगी। जिज्ञासु बने रहें, बदलाव को अपनाएं और असफलता के बावजूद सीखते रहें। उन्होंने कहा कि सफलता सबसे ज्यादा संतुष्टिदायक तब होती है जब यह दूसरों को ऊपर उठाती है। मेरा मानना ​​है कि यह सबसे बड़ी गुरुदक्षिणा है जो आप अपने शिक्षकों, अपने माता-पिता और अपने देश को दे सकते हैं।

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News24 हिंदी

First published on: Jan 20, 2025 04:41 PM

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