EPF interest rate: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की सोमवार को नई दिल्ली में बैठक होगी, जिसमें वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ब्याज दर पर चर्चा की जाएगी। वहीं, उम्मीद है कि पीएफ ब्याज दर 8 फीसदी के स्तर से नीचे नहीं की जाएगी। हालांकि रिटायरमेंट फंड की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था की बैठक का एजेंडा स्पष्ट नहीं है, लेकिन दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक में ब्याज दर और उच्च पेंशन पर चर्चा होने की संभावना है। 27 व 28 मार्च को महत्वपूर्ण दो दिवसीय बैठक होनी है।
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अभी कितनी मिलती है ब्याज?
पिछले साल मार्च में, केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ईपीएफओ के छह करोड़ से अधिक सक्रिय ग्राहकों के लिए 8.1 प्रतिशत ईपीएफ दर घोषित की थी, जो चार दशकों में सबसे कम है। उम्मीद की जा रही है कि बढ़ती ब्याज दर परिदृश्य के बीच ब्याज स्तर बराबर बनाए रखा जाएगा।
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EPFO ने जनवरी 2023 में 14.86 लाख सदस्य जोड़े
श्रम और रोजगार मंत्रालय के मुताबिक, ईपीएफओ ने इस साल जनवरी में 14.86 लाख सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं। वहीं, मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान कम से कम 3.54 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर हुए, जो पिछले चार महीनों में सबसे कम संख्या थी।
14.86 लाख ग्राहकों में से करीब 7.77 लाख नए सदस्य पहली बार ईपीएफओ के दायरे में आए हैं। अनंतिम पेरोल डेटा ने यह भी उजागर किया कि लगभग 10.62 लाख सदस्य ईपीएफओ सदस्यता में फिर से शामिल हुए। बता दें कि ईपीएफओ एक सामाजिक सुरक्षा संगठन है जो देश के संगठित कार्यबल को भविष्य निधि, पेंशन और बीमा निधि के रूप में सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करने के लिए खड़ा है।
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