CNG Car Care in Monsoon: देश में मानसून की एंट्री हो चुकी है, और ऐसे में गाड़ियों की देखभाल काफी बढ़ जाती है। मानसून में सबसे ज्यादा केयर CNG गाड़ियों की करनी पड़ती है। ईको–फ्रेंडली और किफायती कार के तौर पर अभी भी सीएनजी गाड़ियां बेहतर ऑप्शन मानी जाती हैं। अगर रेगुलर सर्विस पर ध्यान दिया जाये तो ये हर मौसम में बढ़िया परफॉरमेंस के साथ बेहतर माइलेज ऑफर करेंगी। बारिश के इस मौसम में CNG कार की देखभाल कैसे करनी चाहिए ? आइये जानते हैं….
CNG सिस्टम का रेगुलर चेकअप बेहद जरूरी
CNG कार नई हो या पुरानी, रेगुलर चेकअप बेहद जरूरी है। CNG कार का सबसे अहम हिस्सा उसका गैस सिलेंडर और फ्यूल सिस्टम है। एक्सपर्ट की मानें तो हर 3-6 महीने में सिलेंडर, पाइपलाइन और वाल्व की जांच किसी अधिकृत सर्विस सेंटर पर जाकर ही करवानी चाहिए। लीकेज की जांच के लिए लीक डिटेक्टर का यूज़ करना जरूरी है। वहीं सिलेंडर की हाइड्रो टेस्टिंग हर 3 साल में करवा लेना जरूरी है।
इंजन ऑयल से लेकर एयर फिल्टर की जांच
CNG कारों में इंजन ऑयल का लेवल नियमित रूप से चेक करते रहें। सीएनजी इंजन, हीट ज्यादा पैदा करते हैं, इसलिए हाई क्वालिटी वाला इंजन ऑयल उपयोग करें। हर 5,000 से 7,000 किलोमीटर पर ऑयल और ऑयल फिल्टर भी बदल दें। इसके अलावा एयर फिल्टर की सफाई भी बेहद जरूरी है। इसे हर 5,000 किलोमीटर पर साफ करें और जरूरत पड़ने पर बदल दें। अगर एयर फ़िल्टर साफ़ रहेगा तो माइलेज में इजाफा होना 100% तय है। साथ ही गाड़ी की परफॉरमेंस भी बेहतर होती है।
स्पार्क प्लग से लेकर कूलिंग सिस्टम पर ध्यान रखें
CNG कार में स्पार्क प्लग काफी जल्दी खराब होने लगते हैं। इसलिए हर 10,000 से 15,000 किलोमीटर पर स्पार्क प्लग की जांच और सफाई जरूरी है। अगर जरूरी हो तो इन्हें बदल दें। इसके अलावा इग्निशन सिस्टम को भी रेगुलर चेक करें। CNG इंजन ज्यादा गर्मी उत्पन्न करते हैं, इसलिए कूलेंट की जांच जरूरी है। कूलेंट की क्वालिटी भी होना जरूरी है। इतना ही हर 6 महीने या 10,000 किलोमीटर पर कार की सर्विसिंग करवाएं।
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