Car Tyre Pressure: गर्मी में कार टायर प्रेशर कितना होना चाहिए। हर कार चलाने वाले के मन में यह सवाल उठता है। हवा भरने वालों को भी इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती। आइए आपको बताते हैं कि एक स्पोर्ट्स कार और सामान्य कार में टायर का प्रेशर अलग क्यों होना चाहिए।
नाइट्रोजन सामान्य हवा के मुकाबले टायर को ठंडा करती है
कार के टायर में साधारण हवा या नाइट्रोजन कोई सी भी हवा भरवाएं बस इनका प्रेशर सही होना जरूरी है। वैसे एक्सपर्ट गर्मियों में नाइट्रोजन को सही बताते हैं। क्योंकि टायर चलते हुए जब वह घर्षण से गर्म हो जाते है तो नाइट्रोजन सामान्य हवा के मुकाबले उसे ठंडा रखने में मदद करती है।
टायर प्रेशर मैनुअल को करें फॉलो
गर्मी के मौसम में हमें टायर के प्रेशर की समय-समय पर जांच करवानी चाहिए। इस मौसम में हवा अधिक फैलती है। जिससे टायर फटने की संभावना बढ़ जाती है और इससे एक्सीडेंट होने का खतरा है। गर्मी के दिनों में 28 से 34 psi का प्रेशर सही माना जाता है। कार के साथ टायर प्रेशर का मैनुअल दिया जाता है। जिसे हमें फॉलो करना चाहिए। स्पोर्ट्स कारों के लिए 40 PSI प्रेशर लेवल सही बताया जाता है।
ओवरलोडिंग से टायर फटने का खतरा
जानकारी के मुताबिक गर्मी के मौसम में कार की बूट में अधिक सामान लेकर आवाजाही से बचना चाहिए। अधिक वजन से कार के टायरों पर प्रेशर बनता है। यह अधिक गर्म हो जाते हैं। जिससे इनके फटने का खतरा बना रहता है। वहीं, ओवरलोडिंग से कार की माइलेज भी कम होती है। अधिक वजन से टायर भी जल्दी घिसते हैं।
टायर रोटेशन है बेहतर विकल्प
लंबी दूरी के सफर पर जाने से पहले टायर का अलाइंमेंट जरूर चेक करवा लें। आगे के टायरों पर अधिक दबाव रहता है, जिसके चलते यह जल्दी घिस जाते हैं। इन्हें रोटेट करवा लेना चाहिए। यानी आगे के टायर पीछे और पीछे के टायर आगे करवा लेने चाहिए। बाजार में आजकल कई टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम भी आ गए हैं। जिनकी मदद से आप कार के टायर का प्रेशर चेक कर सकते है।