Daily Horoscope : 14 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है, जिस दिन बलराम जयंती और हलषष्ठी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सुबह 9:06 बजे तक रेवती नक्षत्र रहेगा, इसके बाद अश्विनी नक्षत्र शुरू होगा। शूल योग दोपहर 1:12 बजे तक रहेगा, फिर गण्ड योग लगेगा। करण गर दोपहर 3:15 बजे तक रहेगा, इसके बाद वणिज करण शुरू होगा।
ग्रहों की स्थिति में चंद्रमा सुबह 9:06 बजे तक मीन राशि में शनि के साथ रहेगा, फिर मेष राशि में प्रवेश करेगा। शुक्र और गुरु मिथुन में, सूर्य और बुध कर्क में, मंगल कन्या में, केतु सिंह में और राहु कुंभ में रहेंगे। इन ज्योतिषीय प्रभावों के कारण यह दिन कुछ राशि वालों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आइए जानते हैं किन राशियों को परेशानी हो सकती है और इससे बचने के लिए क्या उपाय करें?
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए 14 अगस्त का दिन थोड़ा मुश्किल हो सकता है। कर्क में सूर्य और बुध की युति के कारण आप भावनात्मक रूप से संवेदनशील हो सकते हैं, जिससे परिवार या कार्यस्थल पर गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं। शूल योग के प्रभाव से सुबह के समय कामों में देरी या रुकावटें आ सकती हैं। चंद्रमा का मेष राशि में प्रवेश दोपहर के बाद आपको जल्दबाजी में निर्णय लेने के लिए प्रेरित कर सकता है, जो आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इस दिन आपको धैर्य बनाए रखने और भावनाओं पर नियंत्रण रखने की जरूरत है। छोटी-छोटी बातों पर तनाव लेने से बचें और अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें।
उपाय: सूर्योदय के समय तांबे के लोटे से सूर्य को जल अर्पित करें और ‘ॐ सूर्याय नमः’ 11 बार जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए शुक्र और गुरु की मिथुन राशि में युति के कारण रिश्तों में गलतफहमी या अनिर्णय की स्थिति बन सकती है। आप अपने रिश्तों या सामाजिक जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए संघर्ष कर सकते हैं। चंद्रमा का मेष राशि में प्रवेश और गण्ड योग का प्रभाव दोपहर के बाद संवाद में परेशानी ला सकता है, जिससे पार्टनर या दोस्तों के साथ बहस हो सकती है। इस दिन आपको अपनी बात को शांति से रखने और जल्दबाजी में कोई फैसला न लेने की जरूरत है। अपने विचारों को स्पष्ट करें और दूसरों की भावनाओं का सम्मान करें।
उपायः तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं।
मकर राशि
मकर राशि वालों को इस दिन सुबह 9:06 बजे तक चंद्रमा और शनि की युति के कारण मानसिक दबाव या काम में रुकावट का सामना करना पड़ सकता है। मकर राशि के स्वामी शनि हैं, इसलिए यह प्रभाव और गहरा हो सकता है। शूल और गण्ड योग के कारण कार्यस्थल पर चुनौतियां जैसे कि प्रोजेक्ट में देरी या सहकर्मियों के साथ मतभेद बढ़ सकते हैं। चंद्रमा का मेष राशि में प्रवेश दोपहर के बाद आपके लिए तनाव बढ़ा सकता है। इस दिन धैर्य बनाए रखें और अनावश्यक तनाव से बचें।
उपाय: किसी जरूरतमंद को काले तिल या सरसों का तेल दान करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए सुबह 9:06 बजे तक चंद्रमा और शनि की युति भावनात्मक अशांति या जिम्मेदारियों का बोझ ला सकती है। आप खुद को भावनात्मक रूप से थका हुआ या आध्यात्मिक रूप से असंतुलित महसूस कर सकते हैं। अश्विनी नक्षत्र और गण्ड योग का प्रभाव दोपहर के बाद आपको जल्दबाजी में निर्णय लेने या मानसिक भटकाव की ओर ले जा सकता है। इस दिन आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने और शांत रहने की जरूरत है। ध्यान और प्रार्थना आपके लिए इस दिन मददगार साबित होंगे।
उपाय: भगवान विष्णु की पूजा करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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