Ashtadhatu Ring: अष्टधातु की अंगूठी 8 धातुओं के मिश्रण से बनाई जाती है। ये धातु है: सोना, चांदी, तांबा, सीसा, जस्ता, टिन, लोहा और पारा। पारंपरिक रूप से इन सभी 8 धातुओं का अनुपात समान होता है यानी हर धातु लगभग 12.5 प्रतिशत होती है। मान्यता है कि इन धातुओं में विशेष ऊर्जा और ज्योतिषीय गुण होते हैं, जो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है और उसके स्वास्थ्य, भाग्य और मानसिक स्थिति पर अच्छा प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं, अष्टधातु की अंगूठी पहनने से क्या लाभ होते हैं, यह किन राशियों के लिए शुभ है और इसे धारण यानी पहनने का क्या तरीका है?
अष्टधातु की अंगूठी पहनने के 8 प्रमुख लाभ
मानसिक तनाव में कमी
अष्टधातु की अंगूठी पहनने से व्यक्ति को मानसिक तनाव से राहत मिलती है और मन शांत रहता है।
वात, पित्त और कफ का संतुलन
यह अंगूठी शरीर के तीन दोष- वात, पित्त और कफ को संतुलित करने में मदद करती है, जिससे स्वास्थ्य में सुधार होता है।
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निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि
अष्टधातु पहनने से व्यक्ति का मन शांत रहता है, जिससे सही और समझदारी से निर्णय लेने में मदद मिलती है, जिससे जीवन में सफलता और आर्थिक समृद्धि मिलती है।
भाग्य में सुधार
अष्टधातु की अंगूठी पहनने से भाग्य में बदलाव आता है और बरकत होती है। व्यक्ति को हर काम में सफलता मिलती है।
नौकरी और बिजनेस में तरक्की
इस अंगूठी को पहनने से नौकरी या व्यापार में तरक्की और उन्नति की संभावनाएं बढ़ती हैं।
स्वास्थ्य लाभ
माना जाता है कि अष्टधातु अंगूठी हृदय (हार्ट) को ताकत देती है और शारीरिक समस्याओं से राहत दिलाती है, जिससे व्यक्ति का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अष्टधातु से बनी कोई भी वस्तु पहनने या घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा से बचाव होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
नवग्रह शांति
अष्टधातु से बनी अंगूठी नवग्रहों को संतुलित करके व्यक्ति का भाग्योदय करती है। इसे धारण करने से ग्रह दोष शांत होते हैं और नवग्रहों के प्रभाव शांत होते हैं, जिससे जीवन में सुख और शांति बनी रहती है।
इन राशियों के लिए शुभ है अष्टधातु
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अष्टधातु की अंगूठी को किसी भी राशि के व्यक्ति पहन सकते है, जो कुंडली में ग्रहों की स्थिति और दशा पर निर्भर करता है। लेकिन, कुंभ और मकर राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। इन राशियों के लिए यह अंगूठी भाग्य और सफलता की दिशा में एक अच्छा कदम साबित होती है। हालांकि, अन्य राशियों के लिए भी यह अंगूठी लाभकारी होती है, जैसे मेष, मिथुन आदि। राहू, केतु और शनि के प्रभाव को संतुलित करने के लिए अष्टधातु की अंगूठी पहनने से लाभ होता है और और किस्मत चमकती है।
ऐसे धारण करेंअष्टधातु की अंगूठी
अष्टधातु की अंगूठी शनिवार या सोमवार को शुभ मुहूर्त में किसी भी अंगुली में पहन सकते हैं, लेकिन इसे मिडल फिंगर यानी मध्यमा अंगुली में पहनना सबसे अच्छा होता है।
- यह अंगूठी पूरी तरह से सुरक्षित है और यह अंगूठी पुरुष और महिला दोनों ही पहन सकते हैं।
- इस अंगूठी कोई भी व्यक्ति, चाहे उसकी राशि, उम्र या धर्म कुछ भी हो, इसे पहनकर लाभ ले सकता है।
- इसे दाहिने हाथ में और महिलाओं को बाएं हाथ में पहनना ज्यादा फायदेमंद होता है।
- यदि आप भाग्य और व्यापार में तरक्की चाहते हैं, तो आप अष्टधातु के लॉकेट में लाजवर्त धारण कर सकते हैं।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।