डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में प्रत्येक दिशा का खास महत्व है। वास्तु शास्त्र के जानकार बताते हैं कि हर दिशा के अलग-अलग स्वामी हैं। ऐसे में प्रत्येक दिशा से जुड़े खास वास्तु नियम का हर घर मे खास ख्याल रखा जाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि घर की दिशाओं से जुड़े वास्तु दोष जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। वास्तु शास्त्र में पूरब दिशा का खास महत्व है, क्योंकि इस दिशा से साक्षात सूर्य का संबंध है। सूर्य देव इस दिशा के स्वामी हैं। ऐसे में पूरब दिशा से जुड़े वास्तु नियमों का खास ख्याल रखना चाहिए। वरना घर में कंगाली आ सकती है। आइए वास्तु शास्त्र के मुताबिक जानते हैं कि पूरब दिशा की किन गलतियों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
वास्तु में पूरब दिशा का है खास महत्व
वास्तु शास्त्र के जानकारों के मुताबिक पूरब दिशा का तत्व लकड़ी है। जिसका संबंध गति और मार्ग से है। साथ ही शरीर में पूरब दिशा का असर सबसे अधिक पैरों पर पड़ता है। ऐसे में अगर पैरों में किसी प्रकार की तकलीफ हो तो पूरब दिशा के वास्तु में सुधार और सही रंग पर ध्यान देना जरूरी है। वास्तु के अनुसार, इस दिशा के लिए शुभ रंग हरा है। ऐसे में पूरब दिशा में हरे पेड़-पौधे लगाना आपके लिए अत्यंत शुभ रहेगा। वास्तु नियम के मुताबिक पूरब दिशा में हरा रंग करवाने से या इस रंग की चीजों का इस्तेमाल करने से इस दिशा से संबंधित तत्वों के शुभ परिणाम मिलते हैं।
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पूरब दिशा में कभी ना रखें ऐसी चीजें
वास्तु नियम के मुताबिक, घर की पूरब दिशा में कभी भी भारी सामान नहीं रखना चाहिए। अगर रखें भी तो उसकी गिनती ज्यादा अधिक नहीं होनी चाहिए। दरअसल ऐसा करने से पूरब दिशा में दबाव बढ़ता है। इसके अलावा इस दिशा में खिड़की इत्यादि की ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि शुद्ध हवा का संचार घर अंदर होता रहे। इतना ही नहीं, घर की पूरब दिशा में कभी भी कबाड़ नहीं रखने चाहिए। बल्कि इस दिशा की स्वच्छता का पूरा ख्याल रखना चाहिए। ध्यान रहे घर की पूरब दिशा में कम से कम एक खिड़की जरूर बनवाएं।