शनि का पाया क्या है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पाया अर्थ होता है चरण या पांव। इस शास्त्र के मुताबिक शनि ग्रह के चार पाये होते हैं। स्वर्ण, रजत, ताम्र और लौह। शनिदेव अपने इन 4 पायों के मुताबिक शुभ या अशुभ फल देते हैं। शनिदेव अभी चांदी के पाये पर चल रहे हैं, जो शुभ माना गया है। इससे जीवन में तरक्की और धन लाभ के योग बनते हैं।कुंभ राशि में वक्री शनि का राशियों पर असर
मिथुन राशि:
कुंभ राशि में वक्री होकर भी शनिदेव के चांदी के पाये पर चलने के कारण मिथुन राशि के जातक काफी लाभप्रद स्थिति में हैं। आप अपने कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करेंगे। आपकी फिजूलखर्ची पर रोक लगने से आपकी आर्थिक धीरे-धीरे मजबूत होती जाएगी। नौकरी परिवर्तन होने के योग हैं। आप नया वाहन ले सकते हैं। पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद को सुलझाने के लिए यह समय अनुकूल है। वैवाहिक जीवन में खुशियां ही खुशियां होंगी।कन्या राशि:
आपके लिए भी वक्री शनि शुभ रहने वाले हैं। व्यापार में तरक्की के नए रास्ते बनेंगे। पार्टनरशिप वाले व्यवसाय में अच्छा मुनाफा होने के योग हैं। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। निवेश के लिए समय काफी अच्छा है। शिक्षा से जुड़े लोगों की पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा। प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातक प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे।धनु राशि:
चांदी के पाये पर चलने के कारण शनिदेव वक्री चाल में भी धनु राशि के जातकों को खूब लाभ पहुंचाएंगे। उचित श्रम से कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। मांगलिक कार्यों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं, इन्क्रीमेंट के साथ प्रमोशन हो सकता है। व्यापार के विस्तार लिए यह समय शुभ है। अविवाहितों का विवाह होने के योग हैं। दांपत्य जीवन सुखमय होगा। ये भी पढ़ें: जल्दी होना चाहते हैं धनवान, अपनाएं ये वास्तु उपाय, बरसती है मां लक्ष्मी की कृपा ये भी पढ़ें: बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ाने के 7 वास्तु टिप्स, पांचवां उपाय हाई बीपी के लिए है लाभकारी
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।