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Astrology: पंडित सुरेश पांडेय से जानिए माला जाप करने के खास नियम, वरना नहीं मिलेगा फल

Mala Jaap Ke Niyam: पंडित सुरेश पांडेय बताते हैं कि कुछ लोग भगवान की साधना करने के लिए माला का जाप करते हैं। लेकिन उन्हें सही तरीका नहीं पता होता है कि किस तरह माला का जाप करना चाहिए। तो आज इस खबर में पंडित जी से जानेंगे माला जाप करने की सही विधि क्या है। आइए विस्तार से जानते हैं।

Mala Jaap Ke Niyam
Mala Jaap Ke Niyam: कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं, जो अपना संपूर्ण जीवन का हर समय भगवान की साधना में लीन रहते हैं। वे जातक खाते, उठते, नहाते और कोई भी कार्य करते समय ईश्वर की भक्ति करते हैं। यहां तक की वैसे व्यक्ति जो भी कार्य करते हैं, उनके ये कार्य ईश्वर की साधना में आते हैं। लेकिन वहीं कुछ लोग दिखावा के लिए भगवान की साधना करते हैं, खुली हवा में माला का जाप करते हैं। ऐसा करना सनातन धर्म में गलत है। पंडित सुरेश पांडेय कहते हैं कि सनातन धर्म में खुली हवा में माला जाप करने का विधान नहीं है। पंडित जी कहते हैं जो जातक खुली हवा में माला का जाप करते हैं, तो उनके द्वारा जाप किए गए माला का सारा फल इंद्र देव ले लेते हैं और उस माला जाप का फल देवी देवता तक नहीं पहुंचाता है। तो आज पंडित सुरेश पांडेय जी से जानेंगे कि सनातन धर्म में माला का जाप करने का विधान क्या है साथ ही किस तरह माला का जाप करना चाहिए। यह भी पढ़ें- नए साल 2024 में लगाएं घर पर ये खास तरह के पौधे, चमक उठेगी किस्मत

माला जाप करने का नियम

सनातन धर्म में कई तरह के देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। और सभी देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग प्रकार के माला का प्रयोग किया जाता है। जैसे भगवान शिव की आराधना  के लिए रुद्राक्ष की माला, भगवान विष्णु को प्रसन्न करने लिए पीले चंदन या तुलसी की माला और भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न करने लिए वैजयंती की माला का प्रयोग किया जाता है। यह भी पढ़ें- खरमास में क्यों बंद हो जाते हैं सारे मांगलिक कार्य पंडित सुरेश पांडेय कहते हैं कि कभी भी माला का जाप खुले में नहीं करना चाहिए। माला जाप करते समय आसन का प्रयोग करना चाहिए, वरना जमीन पर बैठकर माला जाप करने से सारे फल नष्ट होने का डर रहता है। पंडित जी के अनुसार, माला जाप करते समय व्यक्ति का मुंह पूर्व दिशा में होने चाहिए। साथ ही माला हमेशा हृदय चक्र के पास भी होना चाहिए। पंडित सुरेश पांडेय कहते हैं कि माला का जाप हमेशा गोमुखी में रखकर जाप करना चाहिए। अगर गोमुखी नहीं है तो थैली में रखकर माला का जाप करना चाहिए। साथ ही माला जाप करते समय मध्यम अंगुली का प्रयोग करना चाहिए। पंडित जी कहते हैं कि जो व्यक्ति माला का जाप ब्रह्म मुहूर्त में करते हैं तो ये बेहद ही फलदायी होता है। यह भी पढ़ें- हथेली में बन जाए 3 योग तो नहीं होगी धन दौलत की कमी डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।


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