Trendingipl auctionPollutionparliament

---विज्ञापन---

Makar Sankranti पर सूर्य करेगा शनि के साथ युति, इन 5 राशियों के लिए आएगी आफतों की बारिश

Makar Sankranti: शास्त्रों में सूर्य को ग्रहराज कहा गया है। राहु और केतु सहित समस्त ग्रह इसका प्रभुत्व मानते हैं। यही कारण हैं, जिस पर केवल मात्र सूर्य की कृपा हो जाए, वह व्यक्ति जीवन में सब कुछ पा लेता है। ज्योतिष में सूर्य को राजयोग तथा मान-सम्मान देने वाला माना गया है। हिंदू पंचांग […]

Makar Sankranti: शास्त्रों में सूर्य को ग्रहराज कहा गया है। राहु और केतु सहित समस्त ग्रह इसका प्रभुत्व मानते हैं। यही कारण हैं, जिस पर केवल मात्र सूर्य की कृपा हो जाए, वह व्यक्ति जीवन में सब कुछ पा लेता है। ज्योतिष में सूर्य को राजयोग तथा मान-सम्मान देने वाला माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष 14 जनवरी 2023 को सूर्य का गोचर होगा। इस दिन रात 8.22 बजे सूर्य राशि परिवर्तन कर धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा। इस घटना को मकर संक्रान्ति के नाम से भी जाना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार मकर शनि की राशि है। साथ ही शनि भी मकर राशि में ही है। ऐसे में दोनों ग्रहों की युति होना कई राशियों के लिए अति शुभदायक सिद्ध होगा। यह भी पढ़ें: आज करें हनुमानजी के इन मंत्रों का प्रयोग, मिट्टी में मिल जाएगा बड़े से बड़ा शत्रु

मकर संक्रान्ति पर सूर्य के गोचर का होगा यह प्रभाव (Makar Sankranti and Surya Gochar)

ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य का यह गोचर मेष, वृश्चिक, कर्क, सिंह तथा तुला राशियों के लिए कुछ समस्याएं लेकर आ सकता है। खास तौर पर कर्क, सिंह और तुला राशि के लिए यह पीठ दर्द, मानसिक तनाव और ब्लड प्रेशर संबंधित बीमारियों का कारण बन सकता है। कर्क राशि वालों को सूर्य के राशि परिवर्तन के कारण अनिद्रा की बीमारी का भी सामना करना पड़ सकता है। इन सभी राशियों के लिए बेहतर होगा कि अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। यह भी पढ़ें: इन 4 राशियों के लड़के-लड़कियां होते हैं रोमांटिक, ऐसी होती हैं इनकी इच्छाएं

ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय (Surya Ke Upay)

सूर्य की अनुकूलता पाने के लिए शास्त्रों में कई उपाय बताए गए हैं। आप अपनी सुविधानुसार इन उपायों में से कोई भी एक उपाय कर सकते हैं। ये उपाय निम्न प्रकार हैं-
  • रविवार के दिन से आरंभ कर प्रतिदिन सुबह स्नान कर सूर्य को जल से अर्ध्य दें।
  • प्रतिदिन गायत्री मंत्र का 108 बार जप करें। इससे भी बहुत सारे संकट दूर होंगे।
  • नियमित रूप से आदित्यह्रदय स्रोत का पाठ करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।


Topics:

---विज्ञापन---