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Maha Shivaratri 2025: महाशिवरात्रि पर अपनी राशि के अनुसार करें इन मंदिरों में शिव-दर्शन, पूरी होंगी मुरादें!

Maha Shivaratri 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति की उनकी अपनी-अपनी राशि के अनुसार भगवान शिव के अलग-अलग मंदिरों में दर्शन करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं कि आपकी राशि के अनुसार कौन-सा शिव मंदिर आपके लिए शुभ रहेगा और वहां जाकर कौन-से लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं?

Author Edited By : Shyam Nandan Updated: Feb 24, 2025 21:32
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Maha Shivaratri 2025: भगवान शिव की आराधना करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। वे देवों के देव महादेव हैं, जिन्हें आदि और अंत का प्रतीक माना जाता है, वे संपूर्ण ब्रह्मांड के संचालनकर्ता हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर पार्वतीपति भगवान की विशेष पूजा, उपासना और आराधना की जाती है, क्योंकि इस दिन को उनका मां पार्वती और भगवान शंकर का विवाह हुआ था। इस मौके पर भक्त और साधक शिव मंदिरों में जाकर उनके दर्शन और पूजा अवश्य करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति की राशि के अनुसार भगवान शिव के अलग-अलग मंदिरों में दर्शन करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं कि आपकी राशि के अनुसार कौन-सा शिव मंदिर आपके लिए शुभ रहेगा और वहां जाकर कौन-से लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं?

मेष राशि – शक्ति और साहस का धाम केदारनाथ

मंगल से प्रभावित मेष राशि के जातक ऊर्जा और जोश से भरपूर होते हैं। इन राशि के लोगों के लिए उत्तराखंड स्थित केदारनाथ धाम सबसे उपयुक्त शिवधाम है। यह मंदिर आध्यात्मिक शक्ति और साहस का प्रतीक है। यहां भगवान शिव की आराधना करने से व्यक्ति को आत्मबल और संकल्प शक्ति प्राप्त होती है, जिससे वह जीवन की कठिनाइयों का सामना कर सकता है।

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वृषभ राशि – समृद्धि और शांति का प्रतीक सोमनाथ धाम

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृषभ राशि के लोग स्थिरता और सौंदर्य को पसंद करते हैं। ऐसे लोगों के लिए गुजरात में स्थित सोमनाथ ज्योतिर्लिंग सबसे उत्तम है। कहा जाता है कि यहां भगवान शिव की पूजा करने से आर्थिक स्थिरता, पारिवारिक सुख और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

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मिथुन राशि – ज्ञान और अभिव्यक्ति का केंद्र त्र्यंबकेश्वर

राशिचक्र की तीसरी राशि मिथुन राशि के जातक जिज्ञासु और बुद्धिमान होते हैं। इस राशि के लोगों के लिए लिए महाराष्ट्र में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर सर्वश्रेष्ठ है। यहां भगवान शिव की आराधना करने से व्यक्ति की अभिव्यक्ति क्षमता, ज्ञान और तार्किक शक्ति में वृद्धि होती है।

कर्क राशि – भावनाओं  और अंतर्ज्ञान के सागर महाकालेश्वर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कर्क राशि के लोग अत्यधिक संवेदनशील और भावुक होते हैं। इनके लिए उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग आदर्श है, जहां भगवान शिव की उपासना करने से मानसिक शांति मिलती है और भावनात्मक रूप से संतुलन बना रहता है।

सिंह राशि – सूर्य की शक्ति और सुरक्षा धाम रामेश्वरम

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राशिचक्र की 5वीं राशि सिंह है, जिसके जातक आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता से भरपूर होते हैं। भगवान सूर्य द्वारा संचालित इस विशेष राशि के लोगों के लिए तमिलनाडु में स्थित रामेश्वरम मंदिर उपयुक्त है। इस मंदिर में दर्शन करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्ति को सफलता एवं विजय प्राप्त होती है।

कन्या राशि – चिकित्सा और अनुशासन का स्थान नागेश्वर धाम

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, कन्या राशि के लोग व्यवस्थित और अनुशासित होते हैं। इस राशि के जातकों के लिए गुजरात स्थित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग सबसे उत्तम है, जहां भगवान शिव की आराधना करने से स्वास्थ्य, अनुशासन और मानसिक स्पष्टता प्राप्त होती है।

तुला राशि – संतुलन और सद्भाव का स्थान वैद्यनाथ धाम

राशिचक्र की सातवीं तुला राशि के जातकों को जीवन में संतुलन और सौंदर्य प्रिय होता है। उनके लिए झारखंड में स्थित वैद्यनाथ धाम उत्तम है। यहां भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में शांति और समृद्धि का संचार होता है।

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वृश्चिक राशि – परिवर्तन और पुनर्जन्म का द्वार काशी विश्वनाथ

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृश्चिक राशि के जातक रहस्यमयी और परिवर्तनशील होते हैं और इनका स्वामी मंगलदेव हैं। आप लोगों के लिए वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर सबसे उपयुक्त है। यह विश्वास किया जाता है कि यहां भगवान शिव की आराधना करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन और आध्यात्मिक जागरण होता है।

धनु राशि – ज्ञान और सुरक्षा का स्रोत बाबा बैजनाथ

राशिचक्र की 9वीं राशि धनु हैं। इस राशि के जातक जिज्ञासु और धर्मपरायण होते हैं। इन लोगों के लिए हिमाचल प्रदेश स्थित बैजनाथ मंदिर उत्तम है। यहां भगवान शिव की उपासना करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक ज्ञान और आंतरिक सुरक्षा प्राप्त होती है।

मकर राशि – भौतिक और आध्यात्मिक समृद्धि केंद्र घृष्णेश्वर

मकर राशिचक्र की 10वीं राशि है, जिसके जातक महत्वाकांक्षी और अनुशासित होते हैं। इस राशि व्यक्तियों के लिए महाराष्ट्र में स्थित घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग सबसे श्रेष्ठ है। मान्यता है, यहां भगवान शिव की उपासना करने से व्यक्ति को भौतिक और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।

कुंभ राशि – बौद्धिक और आध्यात्मिक चेतना स्थल जंबुकेश्वर मंदिर

यदि आप कुंभ राशि के जातक हैं, तो आप बुद्धिमान और विचारशील व्यक्ति हैं। आपके लिए तमिलनाडु में स्थित जंबुकेश्वर मंदिर सबसे उपयुक्त है। कहते हैं, यहां भगवान शिव की उपासना करने से आध्यात्मिक जागरूकता और बौद्धिक शक्ति में वृद्धि होती है।

मीन राशि – शांति और भावनात्मक उपचार स्थल ओंकारेश्वर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मीन राशि के जातक नीतिपूर्ण, धार्मिक, संवेदनशील और सहानुभूतिपूर्ण होते हैं। उनके लिए मध्य प्रदेश स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग सर्वश्रेष्ठ है। मान्यता है कि यहां भगवान शिव की पूजा करने से मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और आध्यात्मिक जागरूकता प्राप्त होती है।

भगवान शिव की आराधना से जीवन में अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। यदि आप अपनी राशि के अनुसार उपयुक्त शिव मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं, तो आपको विशेष आध्यात्मिक और भौतिक लाभ मिल सकते हैं। भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्ति और श्रद्धा से उनका स्मरण करें और उनके मंदिरों में दर्शन करें।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Edited By

Shyam Nandan

First published on: Feb 24, 2025 09:32 PM

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